अमृतसर स्वर्ण मंदिर सरोवर की तर्ज पर स्वच्छ होगा सन्निहित सरोवर
चंडीगढ़, 19 जून (ट्रिन्यू)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र स्थित सन्निहित सरोवर को अमृतसर स्वर्ण मंदिर के सरोवर के तर्ज पर साफ-सुथरा और स्वच्छ रखा जाएगा। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और जनस्वास्थ्य विभाग की टीम जल्द ही अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर का दौरा कर सरोवर को स्वच्छ रखने वाले प्रोजेक्ट का मुआयना करेगी। यह फैसला राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में आयोजित हुई कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं बैठक में लिया गया।
बैठक के दौरान सन्निहित सरोवर के मटमैले पानी और गंदगी का मुद्दा उठा। सरोवर के पानी को स्वच्छ रखने को लेकर लंबी मंत्रणा हुई। बैठक में सुझाव आया कि अमृतसर स्वर्ण मंदिर के सरोवर को स्वच्छ रखने के लिए प्रोजेक्ट लगाया गया है। राज्यपाल ने केडीबी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सन्निहित सरोवर के पानी को स्वच्छ रखने को लेकर केडीबी और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम अमृतसर स्वर्ण मंदिर में बने सरोवर को स्वच्छ रखने के प्रोजेक्ट का मुआयना करेगी और उसकी तर्ज पर सन्निहित सरोवर को साफ-सुथरा करने की ओर कदम बढ़ाया जाएगा।
जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर के चारों ओर सीवरेज लाइन बिछाई गई हैं। मगर जब केडीबी द्वारा सीवरेज लाइनों की रिपेयर, साफ-सफाई और रखरखाव को लेकर पत्र लिखा जाता है तो जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से तर्क दिया जाता है कि यह लाइन विभाग द्वारा केडीबी के खर्च पर बिछाई गई थी, इसलिए रखरखाव का जिम्मा भी केडीबी का ही बनता है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड 82वीं वार्षिक बैठक के दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि 2011 में ब्रह्मसरोवर के चारों ओर सड़कों के रखरखाव व निर्माण का जिम्मा पीडब्ल्यूडी देख रहा है, उसी तर्ज पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को सीवरेज लाइन के रखरखाव का जिम्मा सौंपा जाए, क्योंकि सीवरेज सफाई की मशीनें, सफाई कर्मी और विशेषज्ञता जनस्वास्थ्य विभाग के पास है।
सन्निहित सरोवर का किया जा रहा सौंदर्यीकरण
48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि सन्निहित सरोवर का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। सन्निहित सरोवर पर दधिची ऋषि की प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बैंच व वाटर कूलर की व्यवस्था की गई है। सरोवर से पानी की निकासी की व्यवस्था भी कराई जा रही है।