फरीदाबाद, 29 अगस्त (हप्र)
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा राइट टू रिकॉल बिल लाने की पेशकश किए जाने के बाद इसको लेकर अब राजनीति गरमा गयी है। भाजपा नेता भी अब इस बिल के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं। इसी कड़ी में पृथला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता पं. टेकचंद शर्मा ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि अगर इसे लागू ही करना है तो पहले लोकसभा और फिर विधानसभा पर लागू करना चाहिए, उसके बाद ही सरपंचों पर लागू किया जाना चाहिए। अगर इस बिल को लाया गया तो इससे गांवों में विकास कार्य तो बाधित होंगे ही साथ ही भाईचारे की भावना पर भी विपरीत असर पड़ेगा। शर्मा आज गांव सीकरी स्थित अपने कार्यालय पर गांवों से आए मौजिज लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे राइट टू रिकॉल बिल को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और इसका विरोध भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि पृथला विधानसभा में ग्रामीण क्षेत्र आता है, जिसमें सरपंचों को विकास कार्य करवाने में किस तरीके की परेशानी आती है वह अच्छी तरह जानते हैं इसलिए राइट टू रिकॉल सरपंचों पर लागू नहीं होना चाहिए। उन्होंने सरपंच एकता मंच और सरपंच एसोसिएशन प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि इस कानून को बनने से रोकने में वे लोगों के साथ हैं और मुख्यमंत्री को इससे होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराएंगे। इस अवसर पर पंडित तेजपाल शर्मा भी मौजूद थे।