जींद, 15 जून (हप्र)
नागरिक अस्पताल से रेफर एक साल के बच्चे की रास्ते में मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस में ईएमटी नहीं था और न ही ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था थी। जिसके चलते उनके बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने मामले की शिकायत स्वास्थ्य अधिकारियों से की है।
शहर के कृष्णा कॉलोनी निवासी सुनील अपने एक वर्षीय बेटे महेश को सांस की दिक्कत के चलते नागरिक अस्पताल में लाया था। डॉक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर देखते हुए उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने पीजीआई ले जाने के लिए एंबुलेंस भी मुहैया करवाई गई। नियमानुसार एंबुलेंस में मरीज के साथ ईएमटी का होना जरूरी होता है, लेकिन चालक ही एंबुलेंस को लेकर रोहतक के लिए चल पड़ा। बच्चे के पिता सुनील ने आरोप लगाया कि रास्ते में ऑक्सीजन खत्म हो गई और जब इसके बारे में चालक को बताया तो उसने प्रयास भी किया, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। इसी दौरान बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद वे वापस अपने बच्चे को लेकर नागरिक अस्पताल आ गए और इमरजेंसी के बाहर खड़े होकर रोष व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को शिकायत दी।
वहीं, सिविल लाइन थाना प्रभारी डा. सुनील कुमार ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। बच्चे के पिता द्वारा लिखित में शिकायत दी गई है और इसके आधार पर शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
‘मामले की जांच के दिये आदेश’
नागरिक अस्पताल रेफरल सेवा के नोडल अधिकारी डॉ़ जय कुमार मान ने बताया की मामला उनके संज्ञान में है और इसके जांच के आदेश दे दिए गए हैं। लापरवाही करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।