अम्बाला शहर, 7 मई (हप्र)
हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा द्वारा राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। संस्थान के प्राचार्य डॉ. राजीव सपरा की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आरंभ हुआ। इन सत्रों में डॉ. वर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा देश कि धरोहर हैं। उनके भविष्य का निर्माण समाज और राष्ट्र के लिए जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति नशे के कारोबार में संलिप्त हो जाता है और पुलिस के रिकॉर्ड में उसका नाम लाल अक्षरों में लिखा जाता है तो उसका भविष्य अंधकार में हो सकता है। नशा न केवल मनुष्य के मानसिक और शारीरिक पतन का कारण है अपितु मनुष्य के चारित्रिक और नैतिक मूल्यों का भी हनन करता है।
उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांस एक्ट 1985 के अंतर्गत अफीम, चरस, हेरोइन, स्मैक, चिट्टा, एलएसडी नशे की गोलियां और टीके इत्यादि प्रतिबंधित नशे हैं जिनका सेवन, क्रय विक्रय, तस्करी, उत्पादन और निर्माण आदि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। यदि कोई व्यक्ति इन कार्यों में संलिप्त होता है तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।