चंडीगढ़, 23 फरवरी (ट्रिन्यू)
3 सप्ताह की फरलो पर सुनारियां (रोहतक) जेल से बाहर आए गुरमीत राम रहीम सिंह की हाई सिक्योरिटी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। 7 फरवरी को गुरमीत सिंह जेल से बाहर निकाला था। 28 फरवरी को उसे वापस सुनारियां जेल लौटना है। वह गुरुग्राम में है और उसे हाई सिक्योरिटी दी हुई है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को इससे जुड़े सवाल पर कहा कि व्यक्ति को कितना सिक्योरिटी थ्रेट है, उस हिसाब से सिक्योरिटी दी जाती है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई अपराधी है तो जेल के भीतर और बाहर सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। कैदी को उस के जुर्म की सजा मिल गई है जब तक सजा रहेगी तब तक उसे जेल में ही रहना होगा, जेल की सिक्योरिटी अलग होती है। उन्होंने कहा कि फरलो का सब कैदियों को अधिकार होता है। वह अपने अधिकार के अनुसार बाहर आता है। सरकार के पास ऐसा इनपुट था कि गुरमीत राम रहीम को जितना जेल जाने से पहले थ्रेट था उतना ही आज भी है, इसलिए उसे सिक्योरिटी दी गई है।
राम रहीम को दी गई सुरक्षा पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि मेरे पास राम रहीम की सुरक्षा को लेकर कोई फाइल नहीं आई है। राम रहीम को फरलो तथा जेड-प्लस सुरक्षा दिए जाने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। विज के अनुसार सीआईडी का विभाग सीएम के पास है, लेकिन सामान्य तौर पर हरियाणा की पुलिस गुरमीत राम रहीम को सुरक्षा दे रही है। प्रदेश के गृह मंत्री विज ने इस बारे में भी पूरी तरह से अनभिज्ञता जताई कि सरकार की ओर से हाईकोर्ट में दायर हलफनामा, जिसमे कहा गया कि राम रहीम कोई हार्डकोर अपराधी नहीं है। दूसरी ओर, जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि राम रहीम को सुरक्षा देना कोई नया मुद्दा नहीं है। जेल जाने से पहले राम रहीम को सिक्योरिटी दी गई थी। पंजाब में हुए दंगों तथा अन्य मुद्दों के चलते वह सिख चरमपंथियों के निशाने पर था। उन्होंने कहा कि जेल जाने से पहले उसे जो सिक्योरिटी कवर दिया गया था, वही अब दिया गया है। चूंकि अभी भी उसे लेकर थ्रेट कम नहीं हुआ है, इसलिए उसे हाई सिक्योरिटी दी गई है।
जल्द करेंगे रिव्यू
मुख्यमंत्री ने मनाेहर लाल खट्टर ने कहा कि जल्द ही राम रहीम को दी हाई सिक्योरिटी का रिव्यू किया जाएगा। अगर रिव्यू में उसके थ्रेट की बात सामने नहीं आएगी तो सुरक्षा को कम कर दिया जाएगा।