Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

राज नेहरू और बीबी भारती की सीएमओ में एंट्री, ओएसडी बने

चंडीगढ़, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू) हरियाणा सरकार ने सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में राजनीतिक नियुक्तियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री के लिए दो और ओएसडी नियुक्त किए हैं। राजनीतिक पदों पर ये नियुक्तियां हुई हैं। सीएमओ में तीन एचसीएस अधिकारियों को सीएम...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
राज नूहरू
Advertisement
चंडीगढ़, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Advertisement

हरियाणा सरकार ने सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में राजनीतिक नियुक्तियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री के लिए दो और ओएसडी नियुक्त किए हैं। राजनीतिक पदों पर ये नियुक्तियां हुई हैं। सीएमओ में तीन एचसीएस अधिकारियों को सीएम का ओएसडी पहले से लगाया हुआ है। मुख्य सचिव डा़ विवेक जोशी ने राज नेहरू और भारत भूषण भारती को मुख्यमंत्री को ओएसडी (विशेष कार्यकारी अधिकारी) नियुक्ति करने संबंधी आर्डर जारी किए हैं।

भारत भूषण भारती

भारती पहले भी सीएमओ में सेवा दे चुके हैं। दरअसल, अक्तूबर-2014 में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने भारत भूषण भारती को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया था। चयन आयोग में उनका कार्यकाल कई बार विवादों में रहा। विवादों के चलते भारती को चेयरमैन पद से सस्पेंड किया गया था। हालांकि, बाद में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया था। उनकी जगह जब भोपाल सिंह खदरी को आयोग का चेयरमैन बनाया गया तो भारती को उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके बाद वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भी राजनीतिक सलाहकार रहे। अब नायब सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मुख्यमंत्री का ओएसडी नियुक्त किया है। वहीं राज नेहरू की पहली बार सीएमओ में एंट्री हुई है। प्रशासनिक और अकादमिक अनुभव रखने वाले डॉ़ राज नेहरू शिक्षाविद् के साथ बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्तित्व हैं। नेहरू का दो दशक से भी ज्यादा कार्पोरेट का अनुभव है। वे आईबीएम और कॉन्सेंट्रिक्स जैसी कंपनियों में बड़े पदों पर रह चुके हैं। डॉ़ नेहरू देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति हैं। कौशल क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव है, इससे पहले वे कौशल विकास निगम के मिशन डायरेक्टर रह चुके हैं। डॉ़ राज नेहरू यूजीसी और एआईसीटीई सहित देश के बड़े संस्थानों के सदस्य हैं और उन्हें भारत में उच्च शिक्षा में कौशल का मॉडल विकसित करने का श्रेय जाता है। 2016 में उन्हें श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था। उनके पास दो अन्य विश्वविद्यालयों का भी अतिरिक्त प्रभार रह चुका है। राज नेहरू जाने-माने लेखक भी हैं। अभी तक उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। हाल ही में प्रकाशित हुई उनकी पुस्तक अहं शिवम् देशभर में चर्चाओं है।

कौशल विकास का नया मॉडल बनाया

डॉ़ राज नेहरू ने राष्ट्रीय कौशल के ढांचे में बदलाव के लिए कारपोरेट जगत को अलविदा करते हुए देश और राज्य को प्राथमिकता देकर कौशल विकास का नया मॉडल तैयार किया। राज नेहरू हरियाणा राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक के रूप भी अपने सेवाएं दे चुके हैं। साथ ही, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन योजना के गठन पर सदस्य के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रीय कार्यकारी समिति द्वारा आजीवन पॉलिसी रिसर्च फाउंडेशन की सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। उन्हें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नयी दिल्ली में उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रीय समिति में सदस्य के रूप में भी नामित किया गया है।

Advertisement
×