सोनीपत, 27 मई (हप्र)
भर्तियों व कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) में देरी व नई शिक्षा नीति के कुछ बिंदुओं के विरोध में कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को हल्ला बोल प्रदर्शन किया।
विद्यार्थियों ने कोचिंग सेंटर के चेयरमैन संचालक परिमल कुमार व बबीता के नेतृत्व में सुभाष चौक से लेकर लघु सचिवालय तक पैदल मार्च निकाला और हाथों में बैनर व तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने लघु सचिवालय में एक घंटे तक धरना दिया और नगराधीश डॉ. अनमोल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर परिमल कुमार ने बताया कि उनका मकसद सरकार व मुख्यमंत्री का ध्यान उन मुद्दों की ओर दिलाना है, जिनके कारण न केवल शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है, बल्कि बेरोजगारी भी बढ़ रही है। पुलिस भर्ती व अन्य कई महकमों की भर्ती को लगातार लटकाया जा रहा है। इससे विद्यार्थियों की उम्र भी बढ़ रही है, जिससे वे प्रतियोगिता से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीईटी परीक्षा में भी देरी की जा रही है, जिसके कारण कई भर्तियों में विद्यार्थी अपीयर नहीं हो पा रहे।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में कई बिंदु ऐसे हैं, जिससे शिक्षा केवल अमीरों के हाथ में चली जाएगी और आम लोगों के लिए शिक्षा प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो जाएगा। सरकार को शिक्षा टैक्स फ्री कर देनी चाहिए, ताकि गरीब बच्चे पढ़ाई से वंचित न रह पाएं।
पुलिस पर साउंड सिस्टम तोड़ने, धक्का-मुक्की का आरोप
चेयरमैन परिमल कुमार ने आरोप लगाया कि ज्ञापन सौंपने के बाद वापस जा रहे विद्यार्थियों के काफिले के आगे डीएसपी ने अचानक अपनी गाड़ी अड़ा दी। उनके साथ धक्कामुक्की भी की गई। पुलिस अधिकारी ने काफिले के साथ चल रहे साऊंड सिस्टम के माइक को तोड़ दिया और ड्राइवर को थप्पड़ मारा। इसका विरोध करने पर परिमल कुमार, बबीता त्यागी व विद्यार्थियों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। बीच सड़क इस गहमागहमी के कारण जाम लगा रहा।
होगी कानूनी कार्रवाई
डीएसपी वीरेंद्र ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को साऊंड सिस्टम बंद करने के लिए बोला गया था, तो विद्यार्थियों ने उसे बंद नहीं किया। विद्यार्थियों को प्रदर्शन के लिए भड़काया गया था। इस मामले में कानूनी कार्रवाई होगी।
नारनौंद में भी प्रदर्शन
नारनौंद (निस) : पिछले काफी दिनों से सरकार किसी भी विभाग की भर्तियां नहीं निकाल रही है और ना ही सीईटी का एग्जाम ले रही है। इससे नाराज युवाओं ने तहसील स्तर पर प्रदर्शन किया और एसडीम को ज्ञापन सौंपा। रमेश कुमार, विकास, सुरेश कुमार, अमित, मनीष, राजेश, कपिल, रितु, मानसी, पूनम ने बताया कि प्रदेश के युवा पिछले कई वर्षोँ से कोचिंग सेंटरों में महंगी फीस देकर कोचिंग ले रहे हैं, लेकिन सरकार किसी भी विभाग में भर्तियां नहीं निकाल रही। ग्राम सचिव और कैनाल पटवारी की भर्ती 2018 में घोषित हुई थी अभी तक उनको भी पूरा नहीं किया जा सका। इस कारण युवाओं में काफी निराशा है। इसको लेकर युवा आज मानसिक तनाव से भी जूझ रहे हैं। सरकार को जल्द से जल्द प्रदेश की बेरोजगारी मिटाने के लिए अनेक विभागों में भर्तियां निकालकर उनको रोजगार देने का काम करें।