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निजी स्कूलों ने फार्म-6 भरे बिना बढ़ा दी फीस

हांसी, 1 अप्रैल (निस)नए सत्र में स्कूलों ने ट्यूशन फीस में मामूली वृद्धि दिखाकर अन्य खर्चों में बढ़ोतरी कर दी है। अभिभावक चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर पा रहे हैं। स्कूलों की फीस वृद्धि की जानकारी शिक्षा निदेशालय...
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हांसी, 1 अप्रैल (निस)नए सत्र में स्कूलों ने ट्यूशन फीस में मामूली वृद्धि दिखाकर अन्य खर्चों में बढ़ोतरी कर दी है। अभिभावक चाह कर भी इसका विरोध नहीं कर पा रहे हैं। स्कूलों की फीस वृद्धि की जानकारी शिक्षा निदेशालय के पास भी नहीं है। शिक्षा निदेशालय की ओर से अभी तक फीस वृद्धि के लिए भरा जाने वाला फार्म-6 का पोर्टल अभी नहीं खोला गया है। पोर्टल न खुलने से स्कूलों की मौज हो गई है। निजी स्कूलों ने दस से 20 प्रतिशत तक फीस में वृद्धि कर दी है। इसका असर अभिभावकों की जेब पर पड़ रहा है। इस बार निदेशालय की ओर से पोर्टल खोलने में काफी देर कर दी है। हालांकि हर साल दिसंबर तक पोर्टल खुल जाता है और स्कूलों से फार्म-6 के आवेदन मांगे जाते हैं लेकिन अब नया सत्र शुरू हो गया हैं और निदेशालय ने पोर्टल नहीं खोला है। इससे निजी स्कूलों की मनमानी शुरू हो गई है। जब तक पोर्टल खुलेगा और प्रक्रिया शुरू होगी, सभी स्कूलों में दाखिले हो चुके होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार कि स्कूलों को फीस वृद्धि के लिए फार्म-6 भर कर शिक्षा निदेशालय को देना होता है। इसमें निजी स्कूलों को उनकी फीस संबंधी पूरी जानकारी देनी होती है। इस फार्म में सभी स्कूलों की ट्यूशन फीस, भवन शुल्क सहित अन्य सुविधाओं के लिए जाने वाले तमाम शुल्क की जानकारी होती है लेकिन ऑनलाइन फार्म में देरी अभिभावकों की जेब पर भारी पड़ रही है। अभिभावक मनोज, प्रदीप, सुनील, कांता, मनदीप ने कहा कि निदेशालय ने इसमें काफी देरी कर दी है। यह कार्य पहले ही पूरा कर लेना चाहिए था। अभी इसमें देर हो गई है तो निदेशालय की ओर से इसके लिए जिला विभाग को निर्देश दिए जाने चाहिए।

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