निजी अस्पतालों का 400 करोड़ बकाया, इलाज बंद करने की चेतावनी
चंडीगढ़, 27 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा में आयुष्मान भारत और चिरायु योजना के तहत निजी अस्पतालों का बकाया भुगतान विवाद गहराता जा रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने चेतावनी दी है कि 3 फरवरी से राज्य के 550 पैनल अस्पताल आयुष्मान योजना के मरीजों का इलाज बंद कर देंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मरीजों का इलाज रुकने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि बजट में कोई कमी नहीं है और 768 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। बाकी 200 करोड़ रुपये का भुगतान एक-दो दिन में कर दिया जाएगा।
आईएमए हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. महावीर जैन के नेतृत्व में एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बकाया भुगतान का मुद्दा उठाया था। एसोसिएशन का कहना है कि अस्पतालों का 400 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान लंबित है। समय पर भुगतान न होने और बिलों में कटौती के कारण अस्पतालों को भारी नुकसान हो रहा है। आईएमए ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि समय पर भुगतान न होने पर ब्याज देने के एग्रीमेंट का पालन नहीं हो रहा।
केंद्र सरकार ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी, जिसमें गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त उपचार मिलता है। हरियाणा सरकार ने इसे आगे बढ़ाते हुए चिरायु योजना शुरू की, जिसमें 1.80 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को पांच लाख रुपये तक का इलाज मुहैया कराया गया।
आयुष्मान कमेटी के चेयरमैन डॉ. सुरेश अरोड़ा ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो निजी अस्पतालों को सेवाएं बंद करनी पड़ेंगी। अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षरित सहमति पत्र देकर स्पष्ट कर दिया है कि लंबित मुद्दों के समाधान के बिना सेवाएं जारी रखना मुश्किल होगा।