Pre-Budget Meeting : हरियाणा में बदली जाएंगी बिजली की पुरानी व कमजोर तारें, हर जिले में होगा ड्राइविंग स्कूल
चंडीगढ़, 4 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana Pre-Budget Meeting : हरियाणा में बिजली की सभी पुरानी व कमजोर तारों को बदला जाएगा। कंडम हो चुके ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे। पावर सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर जोर रहेगा। परिवहन विभाग में नई बसें शामिल होंगी और बस अड्डों को आधुनिक सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया जाएगा। हर जिले में एक ड्राइविंग स्कूल होगा और मरीजों की संख्या के हिसाब से हर जिले में श्रमिकों के लिए एससी (वातानुकूलित) अस्पताल बनाए जाएंगे।
हरियाणा के उर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई प्री-बजट चर्चा बैठक में अपने तीनों ही विभागों से जुड़े सुझाव और डिमांड रखी। मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने कहा कि ऊर्जा विभाग में इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। यमुनानगर में 800 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इसकी मंजूरी मिल चुकी है।
विज ने कहा कि बिजली की पुरानी व कम लोड वाली तारों की वजह से लाइन लॉस बढ़ता है। ऐसे में पुरानी व कमजोर तारों को बदलने का फैसला लिया है। परिवहन विभाग की योजनाओं पर विज ने कहा कि पुरानी व कंडम हो चुकी बसों को बदलने के साथ-साथ बस अड्डों की हालत में भी सुधार कर आधुनिक रूप दिया जाएगा। हर जिले में ड्राइविंग स्कूल स्थापित होंगे और प्रत्येक जिले में ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन सिस्टम और ऑटोमेटिक सिस्टम फॉर चेकिंग व्हीकल फिटनेस स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
ऐसे ही प्रत्येक जिले में श्रमिकों के लिए एयर कंडीशन अस्पताल स्थापित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं ताकि श्रमिकों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। विज ने कहा कि राज्य में जितने भी पुराने ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, उन्हें बदलने को कहा जा चुका है। चूंकि कम पावर के ट्रांसफार्मर बार-बार खराब होते हैं और इससे बिजली बाधित होती है। ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
विज ने कहा कि रोडवेज में जो पुरानी बसे हैं और जो एनसीआर में से वापिस मंगवाई गई हैं, वे काफी पुरानी हो चुकी हैं। ऐसी पुरानी बसों को बदला जाएगा। गुरुग्राम के बस स्टैंड को आधुनिक रूप से विकसित किया जाएगा। परिवहन मंत्री ने बताया कि हर जिले में ड्राइविंग स्कूल स्थापित करने के लिए उनके द्वारा निर्देश दिए हैं ताकि लोगों विशेषकर युवाओं को वाहन चलाने के सभी नियम और तकनीक समझ में आ सके। इससे एक जागरूक और नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी।