खिलाड़ियों का होगा हेल्थ इंश्योरेंस, सरकार भरेगी प्रीमियम
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 13 जून
हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। स्पोर्ट्स इंजरी होने पर अब खिलाड़ियों को महंगे इलाज के लिए अपनी जेब ढीली नहीं करनी होगी। सरकार खिलाड़ियों को 20 लाख तक सालाना उपचार का प्रबंध करने जा रही है। इसके लिए खिलाड़ियों का हेल्थ इंश्योरेंस करवाया जाएगा। इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान सरकार की ओर से किया जाएगा। खेल विभाग योजना को सिरे चढ़ाने की तैयारियों में जुटा है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ही अपने बजट भाषण में खिलाड़ी बीमा योजना के प्रस्ताव की घोषणा कर चुके हैं। बजट पास होने के बाद से लेकर अभी तक मुख्यमंत्री विभागवार की गई योजनाओं पर जमीन पर उतारने के लिए अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। खेल विभाग भी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए तैयारी कर चुकी है।
खिलाड़ियों के बीमा के लिए विभिन्न हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से आवेदन मांगे जा चुके हैं। कई कंपनियों की ओर से 20 लाख के बीमा के लिए क्युटेशन भी भेजे गए हैं। हरियाणा को खेलों का हब और मेडल इंडस्ट्री भी कहा जाता है। ओलंपिक, एशियाई व कॉमन वेल्थ सहित अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय खेलों में सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाड़ी ही हासिल करते हैं। देश की झोली पदकों से भरने वाले अधिकांश खिलाड़ी ग्रामीण पृष्ठभूमि और सामान्य परिवारों से आते हैं। आपातकालीन स्थिति में खिलाड़ियों और उनके परिजनों को कठिनाई का सामना ना करना पड़े, इसी सोच के साथ नायब सरकार ने बीमा योजना शुरू करने का ऐलान किया है।
तय किए जा चुके मापदंड
खेल विभाग की ओर से अब योजना को लेकर मापदंड तय किए जा रहे हैं। इसी के हिसाब से तय किया जाएगा कि कौन-कौन से खिलाड़ी इस योजना में कवर होंगे। शुरुआती चरण यानी स्कूलों व नर्सरियों में ट्रेनिंग लेने वाले खिलाड़ियों से लेकर ओलंपिक खेलने वाले खिलाड़ियों तक को कवर किया जा सकता है। इस बात पर भी चर्चा चल रही है कि 18 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए इंश्योरेंस कवर को थोड़ा कम भी किया जा सकता है। सरकार इंश्योरेंस के स्लैब बनाने पर मंथन कर रही है। इस बारे में हरियाणा ओलंपिक संघ से भी रिपोर्ट ली जा सकती है ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ियों को योजना के दायरे में लाया जा सके।
20 लाख तक बीमा
प्रदेश सरकार यह पहले ही तय कर चुकी है कि खिलाड़ियों को 20 लाख रुपये तक सालाना उपचार सुविधा दी जाएगी। यह इसलिए भी तय किया है क्योंकि स्पोर्ट्स इंजरी का उपचार काफी महंगा है। चुनिंदा अस्पतालों में ही उपचार की सुविधा है। सरकार ने पहले ही यह शर्त लगाई हुई है कि उन्हीं कंपनियों का मौका दिया जाएगा, जो देशभर के सभी बेहतरीन स्पोटर्स इंजरी वाले अस्पतालों में उपचार की सुविधा देंगी। यानी इंश्योरेंस कंपनियों के पैनल पर देश के सबसे अच्छे अस्पताल होने जरूरी हैं।
} खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएं देने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। खिलाड़ियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस योजना पर विचार-विमर्श चल रहा है। कुछ कंपनियों की ओर से पेशकश भी आई हैं। खिलाड़ियों का 20 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस होगा। इसका प्रीमियम सरकार वहन करेगी। ~
-गौरव गौतम, खेल मंत्री