प्रदेशभर के पेंशनरों ने किया सरकार के नये पेंशन विधेयक का विरोध
अम्बाला शहर, 4 जून (हप्र)
रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित अखिल भारतीय राज्य सरकारी पेंशनर्स फेडरेशन ने पेंशन विधेयक के खिलाफ आम सभा की। जिसमें संगठन के राज्य प्रधान वजीर सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पारित किए पेंशन विधेयक को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता क्योंकि इसके तहत 31 दिसंबर 2025 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग के मिलने वाले लाभों से वंचित कर दिया जाएगा। इसलिए केंद्र व प्रदेश के लाखों पेंशनर्ज मिलकर इस विधेयक को वापस लेने तक मिलकर संघर्ष करेंगे। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान कुलदीप चौहान व संचालन दयाल चंद सैनी ने किया।
वजीर सिंह ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी विभागों, बोर्ड व निगमों के रिटायर्ड कर्मचारी पेंशन वित्त विधेयक 2025 के विरोध में 15 जुलाई को जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। साथ ही केंद्रीय ट्रेड यूनियन्स व कर्मचारी फेडरेशनों के आह्वान पर 9 जुलाई की देशव्यापी हड़ताल के समर्थन का भी ऐलान किया। फेडरेशन ने देशभर में निरंतर आंदोलन का ऐलान किया है जिसके तहत जिले में प्रदर्शनों के बाद 17 सितंबर को दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया जाएगा, क्योंकि यह रिटायर्ड कर्मचारियों के बुढ़ापे के सहारे पर हमला है। इस विधेयक के जरिए सरकार 65, 70 व 75 साल की उम्र में पेंशन बढ़ोतरी की मांग को जड़ से ही खत्म करना चाहती है।
वजीर सिंह ने प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव से हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी कि संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने उम्र बढ़ने पर पेंशन बढ़ोतरी, 10 साल बाद कम्युटेशन की रिकवरी पर रोक, फैमिली पेंशनर को एलटीसी, मेडिकल भत्ता बढ़ाने व कैशलेस मेडिकल सुविधा लागू करने पर तर्को के साथ मांगों पर पक्ष प्रस्तुत किया था। अधिकतर मांगों पर विचार करने बारे कहा गया। रेल व हवाई यात्रा में छूट के लिए केंद्र सरकार को लिखने तथा 3 लाख रुपए तक फैमिली पेंशन लेने वालों से वृद्ध सम्मान भत्ता की रिकवरी नहीं की जाएगी, इसका आश्वासन दिया गया है। मौके पर महावीर प्रसाद दहिया, दलबीर सोढ़ी, करनेल सिंह, वेद प्रकाश पाराशर, सरदार रणजीत सिंह, नंदन सिंह रावत, ओम प्रकाश सिंह, अशोक वर्मा, किशन लाल सागर, महेंद्र सिंह बेनीवाल, सीटू जिला सचिव सतीश सेठी व राकेश शर्मा मौजूद रहे।