चंडीगढ़, 20 अप्रैल (ट्रिन्यू)
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि राज्य की भाजपा सरकार ने 8 वर्षों में शिक्षा तंत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। शिक्षकों के 40 हजार से अधिक पद खाली हैं और सरकार भर्ती नहीं कर रही। हुड्डा सरकार के दौरान अकेले शिक्षा विभाग में एक लाख भर्तियां हुई थी। उस समय राज्य में 27 नई यूनिवर्सिटी व कॉलेज स्थापित हुए। मौजूदा सरकार ने नये स्कूल बनाना तो दूर पुराने स्कूलों को भी बंद करने का काम किया।
बुधवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में दीपेंद्र ने कहा कि हुड्डा सरकार में जेबीटी, पीजीटी से लेकर लेक्चरर, प्रोफेसर, गेस्ट टीचर व कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती की गई। शिक्षा विभाग अब अध्यापकों की कमी से जूझ रहा है। कांग्रेस के समय शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए मॉडल स्कूल, किसान मॉडल स्कूल, आरोही मॉडल स्कूल बनाए गए, लेकिन मौजूदा सरकार ने कोई नया स्कूल नहीं खोला। सैकड़ों सरकारी स्कूलों पर ताला जरूर लगाया है।
कलानौर के जर्जर व बदहाल कन्या स्कूल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भाजपा सरकार ने बेटियों के स्कूल की भी दुर्दशा कर दी है। स्कूल परिसर में पशु घूम रहे हैं। मलबा व कचरा पड़ा है। स्कूल की दीवारें टूटी पड़ी हैं। गांव के बीचों-बीच मौजूद यह गर्ल्स स्कूल 5 गांव की लड़कियों के लिये अकेला स्कूल था। इसका एक समय काफी नाम था, लेकिन सरकार के नकारेपन के चलते पिछले कई वर्षों से कलानौर का राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय खंडहर बना हुआ है। स्कूल का भवन शराबियों, जुआरियों, नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है। यहां छात्राओं को पढ़ाने की बजाय पशु बांधे जा रहे हैं। इसकी बदहाली को लेकर लगातार विधानसभा में आवाज उठाई गई, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।