यमुनानगर में अवैध माइनिंग को रोकें अधिकारी
सुरेंद्र मेहता/ हप्र
यमुनानगर, 2 मई
कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद नवीन जिंदल ने जिले के अधिकारियों से कहा कि हमें यमुनानगर को विकसित जिला बनाने के लिए मिलकर काम करना है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को जिला सचिवालय में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोर्डिनेशन एवं मॉनिटरिंग कमेटी (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की और अधिकारियों को सभी लक्ष्य समय पर हासिल करने के साथ-साथ विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में अम्बाला से लोकसभा सांसद एवं जिला स्तरीय दिशा कमेटी के उपाध्यक्ष वरुण चौधरी, डीसी पार्थ गुप्ता, नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा व एडीसी नवीन आहूजा मौजूद रहे। जिंदल ने कहा कि सभी अपना कार्य ईमानदारी से करेंगे तो हम यमुनानगर को विकसित बनाने में सफल होंगे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के सभी बच्चों का टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। सांसद नवीन जिंदल व सांसद वरूण चौधरी ने जिले में खनन को लेकर भी चर्चा की।
सांसद नवीन जिंदल ने माइनिंग अधिकारी को निर्देश दिए कि जिला में अवैध माईनिंग नहीं होनी चाहिए। उन्हाेंने कहा कि जिस प्रकार नई-नई लाइलाज बीमारियां हो रही हैं। उसका बड़ा कारण कृषि उत्पादों में बढ़ता रसायनों एवं खादों का प्रयोग है। हमें प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने उप कृषि निदेशक को निर्देश दिए कि जो बड़े जमींदार हैं, उनके माध्यम से प्राकृतिक खेती करवाने पर जोर दें। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता लाने के लिए शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करें व उनकों ट्रेनिंग दें। इस दौरान सांसद नवीन जिंदल ने प्राकृतिक खेती, परम्परागत खेती और जैविक खेती के संदर्भ में पद्मश्री डॉ. हरिओम से कुरूक्षेत्र में फोन पर बात की और सुझाव दिए।
सफाई व्यवस्था व बेसहारा पशुओं पर चर्चा
सांसद नवीन जिंदल ने स्वच्छता के विषय पर काफी गंभीर मंथन किया। उन्होंने कहा कि यमुनानगर में आने पर यहां की स्वच्छता देखकर लोगों को लगना चाहिए कि हम एक स्वच्छ शहर में आए हैं। उन्होंने कहा कि शहर की सफाई का उचित प्रबंध करवाए। कूड़े का निष्पादन का उचित प्रबंध होना चाहिए जिससे बीमारियों से बचाव होगा। शहर स्वच्छ होगा तभी हम स्वस्थ रहेंगे। सांसद नवीन ने कहा कि शहर में लावारिस पशु नहीं दिखने चाहिए। निगम अधिकारी लावारिस पशुओं को गौशालाओं में भेजने का प्रबंध करें। इसके अलावा उन्होंने सड़कों पर घूमने वाले पशुओंं के कारण लोगों को हो रही समस्याओं के समाधान करने के निर्देश दिए।