दलेर सिंह/हप्र
जींद, 11 अप्रैल
राज्य सरकार द्वारा सभी सरकारी कार्यालयों के काम के घंटों में योग ब्रेक (वाई-ब्रेक) की अवधारणा को शामिल करने के लिए निर्देश जारी किए गए है। वाई-ब्रेक प्रोटोकॉल जो एक योग प्रोटोकॉल है, जिसमें कार्यस्थलों पर व्यक्तियों की कार्य एवं उत्पादक क्षमता बढ़ाने के लिए तनाव को कम करने, ताजा करने और काम पर फिर से ध्यान केंद्रित करने के लिए बहुत उपयोगी योग अभ्यास हैं। सोमवार को जिला उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि कार्य करने के दौरान योग ब्रेक (वाई-ब्रेक) सभी कर्मचारियों के लिए आवश्यक है। इसे प्रख्यात विशेषज्ञों द्वारा सावधानीपूर्वक विकसित किया गया है और यह एक अच्छी तरह से परीक्षित प्रोटोकॉल है। उन्होंने बताया कि प्रोटोकॉल की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इसे लोकप्रिय बनाने की दृष्टि से आसान पहुंच के लिए मोबाइल ऐप विकसित किया गया है। इसमें योग के सभी तरह के आसन और प्राणायाम के बारे में जानकारी दी गई है। इस एप के जरिए लोगों को योग के एक्सपर्ट से महज पांच मिनट में योग करने के तरीके पता चलेंगे। इस ऐप को स्टोर से डाउनलोड करने के बाद नाम, उम्र, ई-मेल एड्रेस और फोन नंबर के साथ लॉगिन करना होगा। ऐप में कई तरह के योग के बारे में बताया गया है। सभी योग आसनों की प्रैक्टिस करने के लिए समय भी निर्धारित किया गया है। जैसे- चक्रासन के लिए 1.2 मिनट का समय तय है। योग के बारे में ऐप में ऑडियो फॉर्मेट में भी बताया गया है। ऐप स्टेप काउंट को भी ट्रैक करेगा, हालांकि इसके लिए फोन का आपके साथ रहना जरूरी है।
भारत सरकार के डीओपीटी ने सभी केंद्रीय सरकार के मंत्रालयों व विभागों को कर्मचारियों के बीच वाई-ब्रेक को लोकप्रिय बनाने के निर्देश दिए हैं।