दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 23 मार्च
हरियाणा के नेता भी अब ‘बसंती’ रंग में रंगने लगे हैं। हरे-पीले, गुलाबी सहित दूसरे ‘सियासी’ रंगों से इतर बुधवार को शहीदी दिवस के मौके पर प्रदेश के बड़े सियासतदान ‘बसंती’ हुए दिखे। बेशक, हर साल शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के बलिदान दिवस को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन इस बाद होली के रंगों से भी कहीं अधिक बसंती रंग नेताओं पर चढ़ता दिखा। राजनीति में दिख रहे इस बदलाव को पंजाब में आम आदमी पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत से जोड़कर देखा जा रहा है।
विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा से लेकर सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा नेताओं पर भी यह असर दिखा। शहीदी दिवस के मौके पर हुड्डा बुधवार को भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद भगत सिंह स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने भगत सिंह और अपने परिवार के बीच पुराने पारिवारिक रिश्तों का भी हवाला दिया। दिल्ली में कांग्रेस दिग्गजों के बीच चल रहे मंथन दौर के बीच हुड्डा का खटकड़ कलां पहुंचने अपने आप में राजनीतिक संदेश भी समेटे हुए हैं। जी-23 नेताओं के ‘असंतोष’ को शांत करने के लिए कांग्रेस हाईकमान कई फार्मूलों पर काम कर रहा है। हुड्डा की राहुल गांधी से मुलाकात भी हो चुकी है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा व मनीष तिवारी सरीखे नेता भी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। 25 मार्च को राहुल गांधी के साथ हुड्डा की फिर से बैठक होनी है। बताते हैं कि बैठक में प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मंत्री किरण चौधरी व कैप्टन अजय सिंह यादव तथा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के भी शामिल होने की उम्मीद है।
बैठक से पहले खटकड़ कलां पहुंच हुड्डा ने कई तरह के सियासी संदेश दे दिए हैं। पंजाब के चुनावी नतीजों के बाद से ही हरियाणा में राजनीति गरमाई हुई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ़ बीरेंद्र भी राजनीति में 50 साल पूरे होने के मौके पर 25 मार्च को उचाना कलां में गोल्डन जुबाली कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। इसमें भाजपा सहित दूसरे दलों के नेताओं को भी बुलाया है। बड़ी बात यह है कि समारोह के लिए जारी पोस्टर में चौ़ सर छोटूराम के अलावा शहीद भगत सिंह और संविधान निर्माण भीमराव अम्बेडकर के भी फोटो लगे हैं।
हालांकि, बीरेंद्र सिंह आप में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं, लेकिन शहीद भगत सिंह और डॉ़ बीआर अम्बेडकर के फोटो लगाकर उन्होंने काफी कुछ स्पष्ट कर दिया है। उचाना कलां बीरेंद्र परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है। वर्तमान में यहां से दुष्यंत सिंह चौटाला विधायक हैं। बीरेंद्र सिंह के कार्यक्रम से पहले बुधवार को दुष्यंत ने उचाना कलां में शहीद सम्मान मैराथन का आयोजन किया। मैराथन के बहाने हजारों युवाओं की भीड़ जुटाकर दुष्यंत ने बीरेंद्र सिंह को सीधे तौर पर चुनौती भी देने का काम किया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी बसंती रंग में रंग हुए हैं। पिछले दिनों वे पार्टी नेताओं को साथ लेकर हुसैनीवाला बॉर्डर पहुंचे अौर शहीद स्मारक पर माथा टेक भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को याद किया। बहरहाल, शहीद भगत सिंह इन दिनों हरियाणा के राजनीतिक दलों के नेताओं के ‘फेवरेट’ बने हुए हैं। अब यह देखना रोचक रहेगा कि आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति किस ओर करवट लेती है। कांग्रेस में भी नेतृत्व परिवर्तन की बात चल रही है। कई नेता आप में शामिल होने की दौड़ में हैं। कुछ आप में जा भी चुके हैं।
खटकड़ कलां में बनी रणनीति
हुड्डा भी जी-23 नेताओं में शामिल हैं। खटकड़ कलां पहुंचने के बाद उनकी यहां वरिष्ठ नेताओं के साथ अहम बैठक हुई। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, विधायक प्रताप बाजवा, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, रोहतक विधायक बीबी बतरा, विधायक विक्रमजीत सिंह सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में बढ़ रही राजनीतिक सरगर्मियों को लेकर भी इन नेताओं में विचार-विमर्श हुआ।