चंडीगढ़, 15 जून (टि्रन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को यहां अपने ‘संत कबीर कुटीर’ में लगाए जनता दरबार में लोगों से बातचीत के दौरान कहा कि सबसे गरीब का उत्थान करना सरकार का लक्ष्य है। जनता दरबार में घुमंतू जाति के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं व्यक्त करते हुए स्थाई आवास की मांग उठाई। इस पर सीएम ने ऐलान किया कि घुमंतू जाति के जिन परिवारों को एक ही जमीन पर बैठे हुए 20 साल से अधिक का समय हो चुका है, उन्हें उसका मालिकाना हक दिया जाएगा। इसमें शर्त यह रहेगी कि 31 मार्च, 2000 तक जिन्हें 20 साल से अधिक का समय हो चुका है, उन्हें ही इसका लाभ मिलेगा। ऐसे जिन परिवारों के पास कोई प्रमाण मौजूद नहीं है, 200 वर्ग गज तक जमीन बिना किसी भुगतान के उनके नाम कर दी जाएगी। परिवार पहचान-पत्र के माध्यम से चिह्नित घुमंतू जाति के उन लोगों को ‘हाउंसिंग फॉर आॅल’ विभाग के माध्यम से मकान दिए जाएंगे, जिनकी सालाना आय 1 लाख 80 हजार रुपये से कम है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी को भी राशन कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ रहे। परिवार पहचान-पत्र के माध्यम से आय स्तर के अनुसार सभी परिवारों का पीला, खाकी, गुलाबी या हरा कार्ड अपने आप बन रहा है।