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मोदी सरकार की ‘प्रसाद’ योजना से होगा मनसा देवी मंदिर का ‘शृंगार’

नागर शैली में निर्मित होंगे मंदिर के गुम्बद, गर्भगृह के भित्ति चित्र भी नये बनेंगे
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 25 जून

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पंचकूला स्थित श्रीमाता मनसा देवी मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। माता मनसा देवी मंदिर के ‘शृंगार’ के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। केंद्र की मोदी सरकार की तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक वृद्धि यानी ‘प्रसाद’ योजना के तहत मंदिर का जीर्णोद्धार होगा। आईआईटी रुड़की की ओर से इसका डिजाइन तैयार किया है। इस पर काम शुरू हो चुका है। 200 साल से भी अधिक पुराने इस मंदिर के गुम्बद अब नागर शैली में बनाए जाएंगे।

मंदिर के भित्ति चित्र भी नये सिरे से तैयार होंगे। माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड कार्ययोजना को मंजूरी दे चुका है। इतना ही नहीं, इन कार्यों को सिरे चढ़ाने के लिए एडवाइजर भी नियुक्त किया है। मंदिर के गुम्बद काफी पुराने हैं और ये नागर शैली के नहीं हैं। उत्तर भारत के मंदिरों में नागर शैली का ही इस्तेमाल होता है। मौजूदा मंदिर का निर्माण 1811 और 1815 के बीच उस समय मनीमाजरा के महाराज गोपाल सिंह द्वारा करवाया गया था। माता मनसा देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है।

प्रसाद योजना के तहत मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 12 करोड़ रुपये की लागत से चार मंजिला मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण करवाया जा चुका है। पार्किंग में एक बार में 300 से अधिक वाहनों को खड़ा करने की क्षमता है। अब इसके दूसरे चरण में पार्किंग स्थल से मंदिर तक ई-रिक्शा चलाने की योजना है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।

इसी तरह छह करोड़ रुपये की लागत से मंदिर के मुख्य द्वार का जीर्णोद्धार होगा। यहां बनी सीढ़ियों को नये सिरे से बनाया जाएगा। लिफ्ट के साथ रैम्प का प्रबंध होगा ताकि बुजुर्गों व दिव्यांगों को आसानी हो सके। इतना ही नहीं, इस तरह का प्रबंध किया जा रहा है ताकि सीढ़ियों के नीचे से ही माता मनसा देवी के दर्शन हो सकें। एक ऐसा हॉल बनवाया जा रहा है, जिसमें एक बार में 500 लोग बैठकर आरती कर सकेंगे।

मंदिर के गुम्बद काफी पुराने हो चुके हैं। इन सभी को नागर शैली में तैयार करवाया जाएगा। नागर शैली सातवीं शताब्दी की रही है। पल्लव काल में यह शुरू हुई और चोल काल में इस शैली का काफी विस्तार हुआ। इसके तहत मंदिर का निर्माण एक बड़े चबूतरे पर किया जाता है। साथ ही, मंदिर का मुख्य गर्भगृह, जिसके ऊपर हमें शिखर, शिखर के ऊपर आमलक और आमलक के ऊपर कलश देखने को मिलता है। इस कलश के साथ एक ध्वज भी लगाया जाता है। गुम्बदों के साथ-साथ गर्भगृह के भित्ति चित्र भी नये सिरे से बनेंगे।

नाडा साहिब को मिले 25 करोड़

केंद्र सरकार की ‘प्रसाद’ योजना के तहत पंचकूला स्थित नाडा साहिब गुरुद्वारे को भी 25 करोड़ रुपये मिले हैं। इस योजना के तहत नाडा साहब में मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण किया जा चुका है। बाकी पैसा गुरुद्वारे के सौंदर्यीकरण पर खर्च किया जा रहा है। गुरुद्वारा प्रबंधन ने प्रसाद योजना को लेकर व्यापक कार्ययोजना तैयार की थी और उसी के तहत काम हो रहे हैं।

काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर

माता मनसा देवी मंदिर परिसर में काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके लिए 8 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है। मंदिर परिसर में भव्य हनुमान वाटिका बनाई जाएगी। इसमें हनुमान जी की भव्य मूर्ति के साथ-साथ पूजा स्थल का निर्माण होगा। ओपन एयर आरती थियेटर बनेगा। हनुमान वाटिका में पेड़-पौधों के अलावा फव्वारे लगाए जाएंगे। लाइटिंग का प्रबंध होगा ताकि यहां आने वाले लोगों को सुकुन मिल सके। पंचकूला विधानसभा व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी गंभीर हैं। उनके प्रयासों से ही यह योजना समय रहते सिरे चढ़ पाई है।

आयुर्वेद के साथ संस्कृत

माता मनसा देवी परिसर का एरिया देशभर में अपने आप में यूनिक जगह बनने वाला है। हरियाणा सरकार यहां 22 करोड़ रुपये की लागत से संस्कृति कॉलेज का निर्माण कर रही है। कॉलेज की कक्षाएं पिछले दो वर्षों से चल रही हैं और इसके भवन का कार्य अंतिम चरण में है। इसी तरह से 20 एकड़ जमीन में केंद्र सरकार द्वारा यहां नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद का निर्माण किया जा रहा है। यह इंस्टीट्यूट जयपुर (राजस्थान) में बने आयुर्वेद एम्स से कनेक्ट होगा। यहां पीजीआई की तर्ज पर आयुर्वेद में रिसर्च हो सकेगी। 250 बिस्तरों का अस्पताल भी बन रहा है। लैब भी बनेंगी। साथ ही डॉक्टरों व स्टॉफ के लिए आवासीय कालोनी विकसित की जा रही हैं।

'' श्रीमाता मनसा देवी मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। मोदी सरकार की प्रसाद योजना के तहत मंदिर के सौंदर्यीकरण पर 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर यहां कॉरिडोर बनाया जाएगा। मंदिर के गुम्बद नागर शैली में बनाए जाएंगे। भित्ति चित्र भी नये सिरे से बनेंगे। बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए लिफ्ट व रैम्प का प्रबंध होगा। सीढ़ियों के नीचे से ही माता के दर्शन हो सकेंगे। 12 करोड़ की लागत से मल्टी लेवल पार्किंग बनकर तैयार हो चुकी है।

-ज्ञानचंद गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष

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