रोहतक, 9 मई (हप्र)
सभी स्कूलों में बच्चों के लिए पके हुए मध्याह्न भोजन की व्यवस्था शुरू करने, 2 महीने के बकाया मानदेय के तुरंत भुगतान की मांग को लेकर रोहतक ब्लॉक की मिड डे मील वर्करों ने लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन कर सीटीएम को ज्ञापन सौपा। मिड डे मील वर्कर्स यूनियन (सीटू) ने 4 दिन में वेतन भुगतान करने न करने की स्थिति में 14 मई को जिला स्तरीय रोष प्रदर्शन का ऐलान किया। प्रदर्शन से पहले रोहतक ब्लॉक की सभी मिड डे मील वर्कर स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुई और रोष सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता यूनियन नेत्री सरला ने की और संचालन मंजू ने किया। प्रदर्शनकारी मिड डे मील वर्करों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष संजीव सिंह, जिला सचिव कामरेड विनोद और मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव रीना ने कहा कि भाजपा सरकार मिड डे मील वर्कर्स रोजगार को छीनने का प्रयास कर रही है। हजारों सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है, वर्करों को घर बैठाया जा रहा है। इतनी महंगाई बढ़ गई लेकिन तनख्वाह नहीं बढ़ रही। जो वेतन तय है वह भी कई-कई महीने से नहीं मिलता। दो वर्दी का पैसा साल में 600 रुपये तय है, इतना कम होने के बावजूद 2018 के बाद नहीं मिला और न वर्दी का रंग बदला गया। उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने अब इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री पोषण योजना बना दिया और अब इसे पंचायतों को देने की भी चर्चा की जा रही है। केन्द्र सरकार जो नई शिक्षा नीति लेकर आई है उसमें कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद किया जा रहा है। पहली और दूसरी कक्षा आंगनबाड़ी में दी जा रही है। इससे एक तरफ मिड डे मील वर्कर्स का रोजगार जाएगा व दूसरी तरफ गरीब बच्चों की पढ़ाई जाएगी।
रोष सभा के बाद सभी मिड डे मील वर्कर यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन करते करते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंची और लंबित मांगों से संबंधित ज्ञापन सीटीएम सौंपा। इस मौके पर मंजू, शीला, बिमला, पुष्पा, सुनीता, मीरा, कमलेश, शीला, विद्या आदि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।