यमुनानगर, 28 फरवरी (हप्र)
बिलासपुर के गांव रणजीतपुर में किसान महापंचायत में रविवार को किसानों का जनसैलाब उमड़ा। संयुक्त किसान-मज़दूर मोर्चा के बैनर तले चौधरी मतलूब सरावां की अध्यक्षता में आयोजित महापंचायत में मुख्यातिथि गौरव टिकैत ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसानों को आंदोलन और खेत के साथ सत्ता पर भी नजर रखनी होगी। आंदोलन के चलते मारे गये किसानों को नमन किया गया।
भारतीय किसान यूनियन के हर्षपाल चढ़ूनी ने कहा कि यह संघर्ष देश के किसानों, मजदूरों और उन सबका है जो देश की मिट्टी से जुड़े हैं, कानून रद्द होने तक जारी रहना चाहिए।
कारपोरेट उत्पादों का करें बहिष्कार : कौशिक
किसान नेता सतपाल कौशिक, रतन सिंह मान ने कहा कि देश की मिट्टी के इस आंदोलन को हमें अगर कामयाब करना है तो कारपोरेट जगत के उत्पादों का बहिष्कार करना होगा। रणजीतपुर अनाज मंडी में आढ़ती प्रधान मोहनलाल ने सहयोग देने का आश्वासन दिया। महापंचायत को मंदीप रोड छप्पर, नंद किशोर शुक्ला भारतीय किसान सभा, संजू गुंदियाना, अहमद सरपंच नगली, अधीवक्ता जबार पोसवाल, अधिवक्ता सुभाष गुज्जर, जाकिर हुसैन, सुरेश कोच, संजीव वालिया आदि ने भी संबोधित किया। मंच संचालन सुलतान सिंह, कारी यामीन और कामिल हसन ने किया। महापंचायत में गुरमिंदर सिंह मुकारिबपुर, महिपाल आर्य रानीपुर, इकराम पहलवान, नवाब, रोशन सरपंच, राशिद जाटांवाला, रूपिंदर कौर, पवन कुमार आदि मौजूद थे।
रिलायंस पेट्रोल पंप पर धरना 68वें दिन में
कैथल (हप्र) : किसान सयुंक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति कैथल द्वारा रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड कैथल पर दिया जा रहा धरना रविवार को 68वें दिन भी जारी रहा जिसकी अध्यक्षता महिला किसान नेता सुनीता तितरम ने की। उपस्थित किसानों को संम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिला प्रधान महेन्दर सिंह ने बताया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक तीनों काले कानून, बिजली बिल 2020 वापस नहीं होते व एमएसपी की गारन्टी नहीं दी जाती। आज गांव सारण में मीटिंग भी की गई। नजदीकी गांवों से किसानों व मजदूरों ने धरने में हिस्सा लिया। धरने को कृषि अर्थशास्त्री डॉक्टर अर्जुन राणा, रिटायर्ड कर्मचारियों के नेता अशोक शर्मा, राम कुमार नंबरदार, सुखपाल खुराना, दिलबाग सिंह तितरम व छात्र नेता पूर्णिमा वर्मा ने भी संबोधित किया। धरने में गांव तितरम, प्योदा, चंदाना, जाखोली, हरसौला, कैलरम, किठाना, खेड़ी शेरू, सौंगल, खुराना व सेगा के लोग शामिल रहे।
मृतक के परिजनों को दी एक लाख रुपये मदद
कैथल (हप्र) : किसान आंदोलन में मृतक किसान परिवार को मदद देने संगत ट्रस्ट यूके बाबा गुरमीत सिंह कारसेवा की ओर से गुरनाम सिंह चढ़ूनी गुट के कार्यकर्ता रविवार को गांव बड़सीकरी पहुंचे। उन्होंने परिवार को एक लाख रुपए की आर्थिक मदद दी। कैथल के गांव बड़सीकरी खुर्द के 50 वर्षीय दिलबाग सिंह के परिजनों को 1 लाख की आर्थिक मदद दी गई। परिजनों से मिलने पहुंचे किसान नेताओं ने कहा कि भविष्य में उनके बच्चों की शिक्षा का खर्च भी वे वहन करने को तैयार हैं। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव महावीर चहल नरड़, बलजिंदर सिहं चूडि़याला, कुलदीप सिन्धु, तेजेंद्र चीमा, नवजोत सिन्धु, रमेश, बड़सीकरी खुर्द के पूर्व सरपंच किताब सिंह व कुलवंत जयपाल के साथ अनेक लोग मौजूद रहे।
किसान, मजदूर एकता को लेकर जन जागरण अभियान
पानीपत (एस) : किसान आंदोलन के समर्थन में पानीपत में जीटी रोड व गांव डाहर टोल पर किसान व मजदूरों का धरना रविवार को भी जारी रहा। वहीं पानीपत टोल पर शनिवार को सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता भाकियू नेता रामकिशन आर्य व सीटू नेता जय भगवान ने की। सभा को डॉ़ सुरेंद्र मलिक, सुनील दत्त, सुलतान देशवाल, रामफल, रामपाल कुंडू , विजेंद्र स्वामी, कुलदीप नांदल, बलवान सिंह आदि ने संबोधित किया। वहीं किसान आंदोलन के समर्थन में किसान व मजदूर एकता को लेकर पानीपत जिले में अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में शहर व गांवों में रविवार से जन जागरण अभियान शुरू किया गया जिसमें पहले दिन हाली पार्क में मजदूरों की और गांव हड़ताडी व गांव डाहर में किसानों व मजदूरों की सभाओं का आयोजन किया गया।
‘दूध सस्ता बेचने की बजाय करें दान’
पिहोवा (निस) : कृषि कानूनों का विरोध कर रहे गांव थाना स्थित टोल प्लाजा पर बैठे किसानों ने रविवार को मीटिंग के बाद ऐलान किया कि जिस प्रकार से डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है उसको देखते हुए एक मार्च से किसान भी 100 रुपये प्रति लीटर दूध की बिक्री करेंगे। किसानों ने कहा कि 1 से 5 मार्च तक किसी भी गांव से बाहर दूध की बिक्री नहीं होगी। दूध बेचने वाले अपने गावों में ही दूध बांट दें। पांच दिन तक सभी डेरियों को बंद रखा जाएगा। किसी भी गांव में पांच दिन दूध लेने गांव नहीं जायेंगे। दूध विक्रेता जरूरतमंद को चाहे फ्री में दे दें या किसी धार्मिक संस्थान मे दान कर दें, लेकिन डेरी मे 100 रुपए से कम नहीं बेचें। इस मौके पर सुरेंद्र स्याना, मोहिंदर सिंह, रमेश कुमार, नंबरदार राजबीर थाना, सुरेंद्र सिंह, बिट्टू, परमजीत सिंह सहित अनेक किसान मौजूद थे।
कानूनों मेें कमियां बतायें, सरकार करेगी दूर : गुर्जर
पानीपत (एस) : केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किसान आंदोलन के बारे में रविवार को कहा कि हर समस्या का समाधान बातचीत से होता है और किसान आंदोलन का गतिरोध भी बातचीत से ही दूर हो सकता है। लेकिन किसानों के हित में बनाये गये तीनों कानूनों में कमियां क्या हैं, यह किसानों को बताना चाहिये। इन कानूनों में कोई कमी है तो मोदी सरकार उन कमियों को दूर करने के लिए तैयार है। कृष्णपाल गुर्जर रविवार को समालखा में जीटी रोड स्थित एक फार्म हाउस पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। वहीं कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि पिछली सरकार के राज में पेट्रोल व डीजल को सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर कर दिया था। इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती।
आंदोलन के समर्थन में स्कूटी रैली
नरवाना (अस) : नये कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में रविवार को क्षेत्र के किसानों की बेटियों व महिलाओं ने स्कूटी रैली निकाली। इस दौरान महिलाओं ने किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाकर लोगों को किसानों के संघर्ष के प्रति जागरूक किया। स्कूटर रैली किसानों के धरनास्थल बद्दोवाला टोल प्लाजा से शुरू होकर मुख्य मार्गों से होते हुए विश्वकर्मा चौक, लघु सचिवालय व हरियल चौक होते हुए वापस टोल प्लाजा पर समाप्त हुई। महिलाओं ने बताया कि सरकार किसानों के इस ऐतिहासिक आंदोलन को हल्के से ले रही है। लेकिन सरकार की नींव हिल चुकी है, मंत्री घबराए हुए हैं। जब तक तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तब तक किसान पीछे नहीं हटेगा। वहीं टोल प्लाजा पर चल रहे धरने में रविवार को इस्माइलपुर, खानपुर, खरड़वाल, ढाबी टेक सिंह, नारायणगढ़, रेवर सहित कई गांवों के किसानों ने हिस्सा लिया। किसान नेता मास्टर बलबीर सिंह ने कहा कि सरकार समस्त संसाधनों को कारपोरेट घरानों को सौंपने की तैयारी कर चुकी है।
‘बिजली टीमों के घेराव की चेतावनी’
टोहाना (निस) : हलके के सबसे बड़े गांव के बिजली उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन के समर्थक किसानों को बिजली निगम की टीमें बिजली चोरी के नाम पर परेशान करने से बाज नहीं आई तो गांववासी टीमों का घेराव कर उत्तर देंगे। गांव के मिनी सचिवालय में किसान पंचायत के बाद किसान बलवंत सिह, किशन गिल, राजबीर, रामफल, राजेश गिल के बताया कि किसान व मजदूर परिवार किसान आंदोलन में दिल्ली बॉर्डर पर हैं, महिलाएं पशुचारे के लिए खेत में जाती हैं। उनकी गैरहाजिरी में निगम की टीमें बिजली चोरी पकड़ने के बहाने कथित तौर पर परिवारों को निशाने पर ले रही हैं। ऐसी टीमों का गांववासी घेराव करेंगे। गांव वासियों ने कहा कि आगामी बुधवार को गांव सचिवालय में पंचायत आयोजित कर निगम टीमों के विरुद्ध फैसला लिया जाएगा।