रेवाड़ी, 20 जुलाई (निस)
दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित साबन चौक के पास बावल के वार्ड नंबर 13 में भारत गैस एजेंसी के निकट भारी जलभराव के चलते बीती देर एक-एक कर मकान के 7 कमरे गिर गए और चौक पूरी तरह पानी से लबालब हो गया। नींव धंसने की आवाज सुनकर कमरों में सो रहे लोग भाग खड़े हुए, जिससे उनकी जान तो बच गई, लेकिन लाखों रुपये का नुकसान होने का दावा किया गया है।
समाचारों के अनुसार पीडि़त विक्रम सिंह ने बताया कि रात को जब वह परिवार के साथ सो रहा था तो 12 बजे उसे नींव आदि धंसने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद वह अपने बच्चों सहित भाग निकला। कुछ देर बाद ही मकान के 7 कमरे लगातार धंसते चले गए और बरसात का पानी चौक पर भर गया। उसके बताया कि हाईवे का बरसाती पानी खेतों से होते हुए उसके मकान तक पहुंंचा है। वहीं सूचना पाकर जांचकर्ता प्रीत सिंह मौके पर पहुंचे मिट्टी का बांध बनाकर पानी को रोकने प्रयास किया गया, लेकिन अभी भी खतरा बना हुआ है। यहां बने अन्य कमरे भी बरसात की भेंट चढ़ सकते हैं। पीडि़त ने प्रशासन से सहयोग की अपील की है।
वहीं, जिला के गांव आलियावास में बीती देर रात एक मकान भरभराकर गिर गया। गनीमत यह रही कि मकान गिरने से कुछ समय पूर्व ही परिजनों को आभास हो गया और वे मकान से दूर भाग खड़े हुए। मकान गिरने से गरीब परिवार खुले में रात गुजारने को मजबूर हैं। मंगलवार को पीडि़त परिजन ग्रामीणों के साथ जिला सचिवालय पहुंचे और एडीसी से आर्थिक मदद की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। मकान में रहने वाले कंवर सिंह व रामरती ने बताया कि रात 11:30 बजे उन्हें कुछ आभास हुआ तो वे मकान से बाहर निकलकर दूर जा खड़े हुए। इसी दौरान तेज धमाके के साथ मकान का आधा हिस्सा गिर गया।
पानी निकासी को लेकर एसडीएम ने किया निरीक्षण
मंगलवार को एसडीएम बावल संजीव कुमार ने वर्षा के पानी की निकासी को लेकर बावल में प्राणपुरा रोड पर स्थित वार्ड नंबर 8 व 9 का निरीक्षण किया। उन्होंने इस पानी की निकासी के लिए मौके पर ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि पैम्प सैट लगाकर पानी की तुरंत निकासी की जाएं। एसडीएम ने आज अधिकारियों के साथ मोहनपुर व खंडोड़ा गांवों का भी निरीक्षण किया और इस निरीक्षण के दौरान पाया कि गांव के अंदर कोई पानी जमा नहीं है।
किसानों के लिए फायदेमंद
भिवानी (हप्र) : आज तीसरे दिन लगातार हुई तेज बारिश से जहां समूचे शहर में जलभराव की स्थिति बन गई वहीं बरसात को किसानों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है। जलभराव के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जनजीवन भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ। दोपहर बाद शाम 4 बजे अचानक आसमान में बादल छा गए और महज 45 मिनट में 40 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इस प्रकार पिछले तीन दिन के दौरान भिवानी में 102 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है। खासतौर पर रोहतक रोड़, एमसी कालोनी, बावड़ी गेट, दादरी गेट, हनुमान ढाणी, बीटीएम चौक, विकास नगर सहित एक दर्जन से अधिक इलाकों में बरसात का पानी खड़ा हो गया। वहीं बरसात को खेती के लिए लाभप्रद्ध बताया गया है।
ईद की पूर्व संध्या पर दुकानदारों के अरमानों पर फिरा पानी
नूंह/मेवात (निस) : जिला में कई जगहों पर ईद की पूर्व संध्या पर आई बारिश ने जहां मौसम खुश्गवार कर दिया तो वहीं, पर्व की खरीददारी करने आये लोगों व दुकानदारों के अरमान पर पानी डाल दिया। लोगों की माने तो पर्व को लेकर वह कई रोज से तैयारियों में जुटे थे और आज परिवार सहित खरीदारी करने आये तो बारिश ने सब खराब कर दिया, बरसात के बाद बाजारों में पानी भर जाने से लोगों के कपड़े खराब हो रहे थे और मजबूरी में लोगों को अपने घर बैरंग ही लौटना पड़ा। दुकानदार रवि, गोपाल, खूबचंद माथुर, इमरान, कपिल आदि ने बताया कि ईद पर्व की पूर्व संध्या पर आई बारिश ने उनकी दुकानदारी को धो कर रख दिया। उन्होंने बताया कि लोगों के पास लॉकडाउन व कोरोना की वजह से वैसे ही पैसे नहीं है जिससे काम पिटा हुआ था लेकिन इस दिन की आस बंधी थी उसको भी बारिश ने धो डाला।
वहीं भारी बारिश के बाद किसानों के बुझे चेहरों पर रौनक लौट आई है खासकर खरीफ की बोई गई फसलों व सब्जियों की पैदावार बढ़ाने के मकसद से किसान यूरिया, खाद खरीदने में लगे हुए हैं। इससे यूरिया की ठप पड़ी खरीद में एकाएक तेजी आ गई है। सरकारी व निजी खाद केन्द्रों पर अब तरल यूरिया भी आ गया है लेकिन किसान तरल यूरिया की बजाए पारम्परिक यूरिया की अधिक खरीद में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सतबीर सिंह, लीलू, छोटू, भोलू पलड़ी आदि किसानों ने बताया कि बारिश के बाद अब किसान यूरिया, खाद खरीदने में लगे हुए हैं।