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IIT मंडी ने गीता जयंती के अवसर पर किया ‘गीतानुशीलनम 2024’ का आयोजन

मंडी, 13 दिसंबर (निस) आईआईटी मंडी ने गीता जयंती के पावन अवसर पर ‘गीतानुशीलनम 2024’ कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन भगवद्गीता के अवतरण की स्मृति में किया गया, जो एक कालातीत ग्रंथ है और सहस्राब्दियों से मानवता को प्रेरणा...
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मंडी, 13 दिसंबर (निस)

आईआईटी मंडी ने गीता जयंती के पावन अवसर पर ‘गीतानुशीलनम 2024’ कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन भगवद्गीता के अवतरण की स्मृति में किया गया, जो एक कालातीत ग्रंथ है और सहस्राब्दियों से मानवता को प्रेरणा देता आ रहा है। आईकेएसएमएचए केंद्र (इंडियन नॉलेज सिस्टम एंड मेंटल हेल्थ एप्लिकेशंस सेंटर) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य गीता की समकालीन चुनौतियों को हल करने और नैतिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने में प्रासंगिकता को उजागर करना था। ‘गीतानुशीलनम’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ‘गीता’ (भगवद्गीता) और ‘अनुशीलनम’ (मनन और अभ्यास) की भावना को अभिव्यक्त करना भी था। यह कार्यक्रम गीता के उपदेशों को दैनिक जीवन में समाहित करने पर बल देता है, जिसमें धर्म का पालन करना, भक्ति योग के सिद्धांतों का अनुसरण करना, और भगवान श्रीकृष्ण की शरण में जाकर शांति, उद्देश्य और मुक्ति प्राप्त करने का मार्ग अपनाना शामिल है।

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कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, आईपीएस सौम्या सांबशिवन ने इस पहल और शिक्षा के साथ संस्कृति के मेल पर प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, “भगवद गीता मानसिक कल्याण और आत्म-खोज के लिए एक गहन मार्गदर्शक है। शिक्षक इसके माध्यम से छात्रों को जीवन-नाशक व्यसनों को त्याग कर कृष्ण चेतना के जीवन-दायक सिद्धांतों की ओर प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भक्ति के बीज बोकर, वे नैतिक और मानवीय मूल्यों को बनाए रखते हुए धर्म के सार का प्रसार करते हैं।” इस सम्पूर्ण आयोजन में मंडी जिले के 2,000 से अधिक स्कूली बच्चों ने भाग लिया, जिनमें भगवद गीता क्विज, श्लोक पाठ, निबंध लेखन और कला प्रतियोगिता जैसी अनेक प्रतियोगिताएं शामिल थीं। शुक्रवार के कार्यक्रम में 700 छात्रों ने भाग लिया।

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