Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

50 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस खरीदेगी सरकार

हरियाणा में शुरू होगी स्कूल जोन रोड सेफ्टी ट्रीटमेंट परियोजना
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
सोमवार को चंडीगढ़ में रोड सेफ्टी को लेकर मीटिंग लेते मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी।
Advertisement
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा कोष प्रबंधन समिति की बैठक

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

Advertisement

चंडीगढ़, 2 जून

हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में सोमवार को यहां सड़क सुरक्षा कोष प्रबंधन समिति की 8वीं बैठक में 2025-26 के लिए 74.5 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई। इस आवंटन का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करना और प्रदेशभर में आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों को बढ़ाना है। प्रदेश में पहली बार पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) विभाग ने प्रदेश में स्कूल जोन रोड सेफ्टी ट्रीटमेंट परियोजना शुरू करने का निर्णय लिया है।

विभाग को आवंटित किए 25 करोड़

इसके लिए एफएमसी ने विभाग को 25 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। 50 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की खरीद के लिए स्वास्थ्य विभाग को 17.50 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। प्रदेश के 19 जिलों में सीसीटीवी आधारित सिटी सर्विलांस सिस्टम स्थापित करने के लिए पुलिस विभाग को कुल 19 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। स्थानीय सुरक्षा गतिविधियां चलाने के लिए जिला सड़क सुरक्षा समितियों (डीआरएससी) के लिए 10 करोड रुपये, माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए 1 करोड़ रुपये तथा राज्य सड़क सुरक्षा परिषद सचिवालय के लिए 2 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।

ये आवंटन वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कंपाउंडिंग फीस के रूप में एकत्र किए गए 199.09 करोड़ रुपये पर आधारित हैं। बैठक में बताया कि सभी सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के तौर पर राज्य सरकार द्वारा हरियाणा सड़क सुरक्षा नीति-2016 को तत्परता से लागू किया जा रहा है। यह नीति चार ‘ई’ यानी इनफोर्समेंट, इंजीनियरिंग (सड़क और वाहन), एजुकेशन और इमर्जेंसी केयर के प्रभावी निष्पादन पर केंद्रित है।

मौतों में आई लगातार गिरावट

प्रयासों से प्रदेशभर में सड़क दुर्घटनाओं और इसके कारण होने वाली मौतों में लगातार गिरावट आई है। 2022 में प्रदेश में 11,105 दुर्घटनाएं और 5,596 मौतें दर्ज की गईं। 2023 में 10,438 दुर्घटनाएं और 5,195 मौतें हुईं। इसके बाद 2024 में 9,759 दुर्घटनाएं और 4,828 मौतें हुईं। इस साल 25 मई तक दुर्घटनाओं की संख्या घटकर 6,770 और 1,942 मौतों की संख्या रह गई है।

राज्य परिवहन आयुक्त दुष्मंता कुमार बेहरा ने बताया कि राज्य सरकार ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की कैशलेस उपचार योजना, 2025 को भी अपनाया है। यह योजना दुर्घटना की तारीख से सात दिनों की अवधि के लिए प्रत्येक दुर्घटना पीड़ित को 1.5 लाख रुपये तक का मुफ्त उपचार प्रदान करती है। बैठक में बताया कि हरियाणा ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कुल 199.09 करोड़ रुपये का कंपाउंडिंग शुल्क एकत्रित किया, जो परिवहन और पुलिस विभागों द्वारा यातायात नियमों के प्रभावी प्रवर्तन को दर्शाता है।

इस महत्वपूर्ण संग्रह से सीधे तौर पर हरियाणा सड़क सुरक्षा कोष सुदृढ़ होगा। इसका उपयोग दुर्घटनाओं को कम करने और आपातकालीन प्रतिक्रिया बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए किया जाता है। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव टीएल सत्यप्रकाश, गृह विभाग की सचिव गीता भारती और स्वास्थ्य विभाग के सचिव रिपुदमन सिंह ढिल्लों के अलावा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Advertisement
×