भिवानी, 15 जुलाई (हप्र)
सरकार शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे किसानों की गिरफ्तारी कर उनके सब्र का इम्तिहान ले रही है। यह बात दादरी से निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने सिरसा में 5 किसानों के गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसान और मजदूर सरकार की ज्यादती का कड़ा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि न केवल सिरसा बल्कि रोहतक में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के आवास घेराव के कार्यक्रम में कितलाना टोल डटकर साथ देगा।
उन्होंने आज टोल से रोहतक धरने में शामिल होने के लिए कितलाना टोल प्लाजा से कामरेड ओमप्रकाश, धर्मेन्द्र छपार, बलबीर बजाड़, दिलबाग ढुल, जयसिह कालूवाला, रामानन्द धानक, रतन्नी डोहकी, सुशीला घनधस, सीमा बाल्मीकी, महीपाल आर्य, हरपाल डोहकी, नन्दलाल अटेला, चन्द्रकला, कृष्णा डोहकी, संजय डोहकी, धर्मबीर हड़ौदी, धर्मबीर यादव की अगुवाई में जत्थे को रवाना किया। उन्होंने कहा कि जब तक मनीष ग्रोवर अपने आपत्तिजनक आचरण के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते किसान-मजदूर उनके आवास के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल के अनिश्चितकालीन धरने पर 201वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, चौगामा खाप के मीरसिंह, सुभाष यादव, ज्ञानीराम पैंतावास, गंगाराम श्योराण, प्रेम शर्मा कितलाना, संतरा डोहकी, सुकन्या ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने सरकार से सिरसा में किसानों पर बनाये मुकदमे रद्द करने के साथ उनके अविलंब रिहाई की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार ने जल्द इस बारे कदम नहीं उठाए तो किसान- मजदूर कड़े कदम उठाने पर विवश होंगे।
वकीलों ने की देशद्रोह का केस दर्ज करने की निंदा
हिसार (हप्र) : किसानों के पक्ष में हिसार अदालत परिसर में जारी अधिवक्ताओं के धरने पर उन्होंने सिरसा में किसानों के विरोध प्रदर्शन के मामले में देशद्रोह व हत्या प्रयास का मुकदमा दर्ज करने की हिसार के वकीलों ने निंदा की।
एडवोकेट जेएस मल्ही ने कहा की देश की न्यायपालिका साफ तौर पर कह चुकी है कि सरकार की नीतियों का विरोध करना और सरकार के फैसलों पर अलग राय रखना लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है। ऐसी स्थिति में सरकार इस तरीके के मुकदमे दर्ज करके किसानों को भड़काने का काम कर रही है। वकीलों ने यह भी मांग की कि रोहतक में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा नेता मनीष ग्रोवर को माफी मांग लेनी चाहिए। सरकार को चाहिए कि गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के अंदर भाजपा की मीटिंग के बाद मनीष ग्रोवर और विनोद भयाना द्वारा अश्लील इशारे करने की निष्पक्ष जांच करवाएं।
धरने पर डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा, डॉ. राजबीर मोर, फूल सिंह सांगवान, देवीलाल गोदारा, जे आर बिश्नोई, अजमेर सिंह, गंगाराम आदि वकील मौजूद रहे।
बिजली छापेमारी पर भड़की भाकियू
बाढड़ा (निस) : भाकियू प्रतिनिधि मंडल ने बिजली विभाग की टीमों द्वारा क्षेत्र में दिन व रात्रि को लगातार छापेमारी करने पर कड़ा रोष जताते हुए कहा कि सरकार किसानों को तरह-तरह के हथकंडे अपना कर परेशान कर रही है, जो सहन नहीं किया जाएगा।
भाकियू नेताओं ने विभाग के उपमंडल अधिकारी हनुमान यादव को मांगपत्र देकर इन छापों पर अतिशीघ्र रोक लगाने की मांग की। कस्बे के जुई रोड स्थित सर छोटूराम किसान भवन में भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में महासचिव हरपाल भांडवा ने कहा कि बिजली विभाग की टीमें घरेलू व कृषि क्षेत्र के उपभोक्ताओं के आवासों पर दिन व रात्रि के समय छापेमारी अभियान चलाकर लोगों पर चोरी के झूठे मामले बना रही है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फतेहाबाद, हिसार, सिरसा, टोहाना में निर्दोष किसानों को बेवजह जेलों में डालने के लिए झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं जिसके विरोध में प्रदेश का किसान एकजुटता से संघर्ष कर रहा है। बिजली अधिकारी ने कहा : किसानों के मांगपत्र लेते हुए एसडीओ हनुमान यादव ने कहा कि विभाग नियमानुसार जांच अभियान चलाए हुए हैं और कोई भी उपभोक्ता विभाग के नियमों की अवेहलना न करें। अगर किसी उपभोक्ता को परेशान किया गया तो वह मामले की जांच करवाएंगे।
‘छीनना पड़ता है अधिकार’
सफीदों (निस) : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता मतदाता जागृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष व आरपीआई (ए) के राष्ट्रीय सलाहकार नरेंद्र कुमार बघेल ने बृहस्पतिवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील गहलावत के संयोजन में यहां लोक निर्माण विश्रामग्रह परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में कमजोर वर्गों के लोगों से कहा कि किसी अधिकार के लिए चिल्लाने से कुछ नहीं मिलता, संगठित होकर छीनना पड़ता है। चाहे वह दलितों, पिछड़ों व कमजोर वर्गों के अन्य लोगों के उत्पीड़न का सवाल हो या फिर देश मे कृषि कानूनों के विरोध में लम्बे समय से चल रहे किसान आन्दोलन का मुद्दा हो। 86 वर्षीय बघेल ने कहा कि इस देश के 74 साल के राजनीतिक इतिहास में किसी सरकार ने किसानों या अन्य पीड़ितों की कभी नहीं सुनी। बघेल ने आंदोलनरत किसानों को शाबाशी दी व इस आंदोलन में बलिदान दे चुके किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए उन्हें भी नमन किया। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील गहलावत के अलावा प्रमुख रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल बड़गूजर, दयाल पहलवान व अजयकुमार भी उपस्थित रहे।
धार्मिक स्थान पर राजनीति न करे आरएसएस : किसान सभा
हिसार (हप्र) : अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसान सभा का बेमियादी धरना आज 80वें दिन भी जारी रहा। बृहस्पतिवार को धरने की अध्यक्षता कृष्ण कुमार सांवत व बलराज ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन विरेन्द्र बगला ने किया। किसान सभा के प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने बताया कि 17 जुलाई को अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपालशरण गर्ग के नेतृत्व में अग्रोहा में होने वाले एक मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक व विचारक डॉ. इंद्रेश कुमार के साथ लोकसभा अध्यक्ष व हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष भी पहुंच रहे हैं। बूरा ने कहा कि धार्मिक स्थान को राजनीतिक रूप न दिया जाए। संयुक्त किसान मोर्चा इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है।
गांव निमड़ीवाली में धरने पर अड़े किसानों ने की नारेबाजी
भिवानी (हप्र) : हरियाणा बिजली वितरण निगम के पॉवर ग्रिड के टावरों के विरोध में तथा किसान प्रति टावर 30 लाख रुपये तथा जिसके खेत से बिजली की लाइन जा रही है, उसे प्रति एकड़ 25 लाख रुपये मुआवजा या प्रति माह का किराया दिए जाने की मांग को लेकर गांव निमड़ीवाली में किसानों का धरना जारी हैं, लेकिन न तो कंपनी के अधिकारी और न ही प्रशासनिक अधिकारी किसानों से वार्ता करने तक को तैयार हैं। ऐसे में किसान भी अपनी मांगों को लेकर अडिग है तथा पिछले 28 दिनों से लगातार धरने पर बैठे नारेबाजी कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को भी गांव निमड़ीवाली में किसानों का धरना जारी रहा तथा कंपनी व जिला प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। आज धरने की अध्यक्षता राजेन्द्र सिंह डोहकी, ओम प्रकाश सिंहमार, बलजीत गहलावत, जोरा सिंह प्रजापत वीरभान गिल ने की। इस मौके पर भाकियू जिला अध्यक्ष राकेश आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को पूरी तरह से बर्बाद करना चाहती हैं। एक तरफ देश भर के किसान बॉर्डरों पर अपने हकों को लेकर धरने पर है तो वही दूसरी तरफ गांव निमड़ीवाली में किसानों से उसकी जमीन छीनने का साजिश सरकार द्वारा रची जा रही हैं। आर्य ने कहा कि खरकड़ी में होने वाली किसान महापंचायत मे निमड़ीवाली धरने से किसान पहुंचेंगे तथा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।