सरकार एडिड कॉलेजों की व्यवस्था को कर रही ध्वस्त : भूपेंद्र हुड्डा
चंडीगढ़, 27 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एडिड कॉलेज में नई भर्तियों पर रोक के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के एडिड कॉलेजों में कुल 4347 पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में सिर्फ 2573 पद ही पदों पर ही नियुक्तियां हुई है और 1774 यानी लगभग 41 प्रतिशत पद खाली हैं। इन पर पदों को भरने की बजाय समायोजन की आड़ में भाजपा-जजपा एडिड कॉलेजों की व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त करना चाहती है।
हुड्डा ने कहा कि सरकारी कॉलेज में भी लगभग आधे पद खाली पड़े हैं। लेकिन उनपर भी भर्ती नहीं की जा रही। समायोजन की प्रक्रिया अपनाकर सरकार शिक्षण संस्थानों में नई भर्तियों के रास्ते पूरी तरह बंद करना चाहती है। प्रदेश में 97 एडेड कॉलेजों में करीब 2 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। अगर इन कॉलेज में स्टाफ की कमी होगी तो निश्चित तौर पर इन 2 लाख विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होगा। यह तमाम विद्यार्थी गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के हैं, जिन्हें कम से कम फीस में इन संस्थानों में शिक्षा दी जाती है।
पूर्व सीएम ने कहा, यह वे संस्थाएं हैं, जिन्होंने उस समय शिक्षा की अलख जगाई, जब सरकारी शिक्षा तंत्र मौजूद नहीं था। आजादी से पहले भी इन संस्थाओं ने देश व प्रदेश में युवाओं को शिक्षित करने का काम किया। कई बड़े अधिकारी और नेता इन्हीं कॉलेज से पढ़कर निकले।
हुड्डा ने प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों की मांगों का समर्थन किया है। उनका कहना है कि सरकार को तुरंत उनकी मांगों पर फैसला कर हल निकालना चाहिए।