डीसी-एसपी के बढ़िया तालमेल ने फतेहाबाद को बाढ़ से बचाया
फतेहाबाद, 24 जुलाई (हप्र)
जबरदस्त बाढ़ विभीषिका को झेल रहे फतेहाबाद वासियों के लिए सबसे सुखद यह रहा कि अभी तक एक भी व्यक्ति तो क्या यहां तक कि किसी पशु की जान का नुकसान नहीं हुआ। इन सबका श्रेय इलाके के लोग जिले के दोनों प्रमुख पदों पर विराजमान महिला अधिकारियों को दे रहे हैं। उपायुक्त मनदीप कौर व पुलिस कप्तान आस्था मोदी का इतना तालमेल देखने को मिला कि चाहे दिन हो या रात दोनों अफसरों को लोगों ने अपने बीच पाया। मुख्यमंत्री स्वयं पिछले दिनों अधिकारियों की तारीफ कर चुके हैं। महिलाएं होते हुए भी दोनों अधिकारी सुबह 4 बजे से लेकर रात को 2 बजे तक भी लोगों के बीच रहीं। जिस दिन फतेहाबाद में पानी घुसने का सबसे ज्यादा खतरा था, उस दिन तो वह बांध पर रात को 12 बजे से सुबह 6 बजे तक डेरा डालकर बैठी रहीं।
दोनों महिला अधिकारियों ने एक दिन भी ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि वह महिला होने के नाते कहीं से कमजोर हैं। जिला उपायुक्त से जब भी पत्रकारों ने बाढ़ के हालात के बारे में पूछा तो हर बार उन्होंने दृढ़तापूर्वक एक ही जवाब दिया कि किसी भी हालत में बाढ़ के पानी को आबादी में घुसने नहीं दिया जाएगा, इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े। यहां तक की बांध पर मजदूरों के साथ मिट्टी के कट्टे उठाते हुए भी जिला उपायुक्त को देखा गया।
जिला उपायुक्त ने तकनीकी विशेषज्ञों, रिटायर्ड पटवारी, कानूनगो तथा गांव के बुजुर्गों से बाढ़ के पानी के प्राकृतिक बहाव की जानकारी लेकर जगह-जगह कट लगवा कर, बांध बनवा कर बाढ़ के पानी को आबादी से बचाते हुए खेतों में जाने का मार्ग बनवाया। हालांकि अकेले फतेहाबाद तहसील में ही खेतों में बनी करीब 2000 ढाणिया पानी के बाढ़ के पानी में घिर गई, परंतु सबसे सुखद यह रहा कि कोई भी जनहानि नहीं हुई। जगह-जगह 17 राहत शिविर बनाकर लोगों को शिफ्ट किया गया, जहां पर उनके भोजन आदि की व्यवस्था सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं कर रही हैं, जिनसे जिला उपायुक्त ने पहले ही बैठक कर ली थी।
जिला उपायुक्त मनदीप कौर का सख्त प्रशासक का रूप भी उस समय सामने आया जब वह जिले को बाढ़ से बचाने के लिए पंजाब के एक बड़े नेता व लोगों से भिड़ गई। हुआ यूं कि 14 जुलाई की शाम को पंजाब के सैकड़ों लोग जिले के गांव चांदपुरा में बने बांध के पास इकट्ठा हो गए, जिनके साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग तथा पंजाब पुलिस भी काफी संख्या में थी। टोहाना के एसडीएम प्रतीक हुड्डा की राजा वडिंग के साथ बहस भी हुई।