'जेंडर सेंसिटिविटी केवल लड़कों और लड़कियों के बीच समानता की बात नहीं करती'
यमुनानगर, 5 जून (हप्र)
होली मदर पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय इन-हाउस ट्रेनिंग का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 53 शिक्षकों ने भाग लिया। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य शिक्षकों को जेंडर सेंसिटिविटी जैसे महत्वपूर्ण विषय पर मार्गदर्शन प्रदान करना था। इस इन-हाउस ट्रेनिंग का संचालन रिसोर्सपर्सन मनदीप कौर पीजीटी इंग्लिश द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में रिसोर्सपर्सन ने बताया कि जेंडर सेंसिटिविटी केवल लड़कों और लड़कियों के बीच समानता की बात नहीं करती, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि हर छात्र को उसकी पहचान और अभिव्यक्ति के आधार पर सम्मान और समान अवसर मिले। प्रशिक्षण के दौरान रिसोर्स पर्सन ने शिक्षकों के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित किए, जिनमें उन्होंने लिंग आधारित पूर्वाग्रह, असंवेदनशील भाषा के प्रभाव, पाठ्यपुस्तकों में पक्षपात और कक्षा में व्यवहारिक भेदभाव जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या मोनिका ने कहा कि एक शिक्षक के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम हर बच्चे को बराबर, सुरक्षित, सम्मानजनक और प्रोत्साहनपूर्ण माहौल दें। यह प्रशिक्षण हमारे व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक प्रेरणास्रोत बनेगा। विद्यालय प्रबंधन समिति के चेयरमैन जीएस शर्मा ने कहा कि समाज में स्थायी बदलाव की शुरुआत विद्यालय से होती है। जेंडर सेंसिटिविटी जैसे विषयों पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करना आज के समय की आवश्यकता है।