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पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई हुए सक्रिय प्रदेशभर में पुराने साथियों का टटोलेंगे मन

20 को सिरसा व हिसार से होगी लोगों से मुलाकात की शुरुआत
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पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 18 मई

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वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई एक बार फिर से राजनीतिक तौर पर सक्रिय होंगे। आदमपुर में परिवार का बरसों पुराना गढ़ ढहने के बाद अब नये सिरे से राजनीतिक पारी की शुरुआत होगी। इस बार पुराने साथियों और वर्करों को साथ जोड़ने की मुहिम के साथ शुरुआत होगी। वहीं अपने स्व. पिता पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल के नाम के वोट बैंक को साधने के लिए उनकी छठी प्रतिमा पंचकूला में लगाने का फैसला भी परिवार ने लिया है। भजनलाल की पुण्यतिथि के मौके पर 3 जून को पंचकूला के सेक्टर-15 स्थित बिश्नोई मंदिर में चौ. भजनलाल की प्रतिमा स्थापित होगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इसका अनावरण करेंगे।

अब तक का राजनीतिक ब्योरा

2005 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 67 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल किया था, लेकिन उस समय कांग्रेस हाईकमान ने भजनलाल की बजाय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। इससे आहत कुलदीप बिश्नोई ने दिसंबर-2008 में रोहतक में बड़ी रैली करके कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया और हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) का गठन किया।

2019 के लोकसभा चुनावों से पहले कुलदीप बिश्नोई ने हजकां का कांग्रेस में विलय कर दिया था। उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस टिकट पर लड़ा लेकिन जीत नहीं सके। हालांकि इसी साल अक्तूबर में हुए विधानसभा चुनाव में कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस टिकट पर आदमपुर से जीत हासिल की। साल 2023 में कुलदीप ने कांग्रेस फिर से छोड़ दी और वे परिवार सहित भाजपा में शामिल हो गए।

कुलदीप के इस्तीफे की वजह से आदमपुर सीट खाली हुई और उपचुनाव में भाजपा ने उनके बेटे भव्य बिश्नोई को उपचुनाव लड़वाया। भव्य बिश्नोई पहली ही बार में अपने दादा की परंपरागत सीट से उपचुनाव जीते और विधानसभा पहुंचे। 2024 मंे कुलदीप बिश्नोई हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा में भी जाने की कोशिश की लेकिन भाजपा ने उनकी जगह भूतपूर्व सीएम. चौ. बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को राज्यसभा में भेजा।

54 वर्ष बाद टूटा था आदमपुर का किला

आदमपुर में भजनलाल परिवार का 54 वर्षों तक दबदबा रहा। इस अवधि में जितने भी आमचुनाव व उपचुनाव हुए, सभी में भजनलाल परिवार ने जीत हासिल की। यह ऐसा हलका है, जिसने भजनलाल के अलावा उनकी पत्नी जसमा देवी, पुत्र कुलदीप बिश्नाेई, पुत्रवधू रेणुका बिश्नोई व पोते भव्य बिश्नोई को भी विधायक बनाया। लेकिन 2024 के विधानसभा चुनावों में 54 वर्षों के बाद भजनलाल का यह दुर्ग कांग्रेस ने ढहा दिया। कांग्रेस प्रत्याशी व सेवानिवृत्त आईएएस चंद्र प्रकाश ने भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ रहे भव्य बिश्नोई को चुनाव में पटकनी दी।

जानेंगे संघर्ष के साथियों का हाल

आदमपुर में मिली हार के बाद कुलदीप बिश्नोई का परिवार कई महीनों तक असक्रिय रहा। अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए कुलदीप बिश्नोई जींद व फरीदाबाद जिलाें में पुराने साथियों व कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच चुके हैं, अब बाकी जिलों को भी कवर करेंगे। 20 मई को वे सिरसा व हिसार जिले में कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। संघर्ष के पुराने साथियों का हालचाल जानेंगे। 21 मई को वे आदमपुर में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इन दोनों दिन वे शाम को हिसार स्थित आवास पर भी कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। 22 मई को दादरी व भिवानी जिले में कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। कुलदीप बिश्नोई हिसार के अलावा भिवानी से भी सांसद रहे हैं।

3 जून को पंचकूला में समारोह

पूर्व सीएम भजन लाल की 3 जून को पुण्यतिथि है, इस अवसर पर पंचकूला स्थित बिश्नोई मंदिर में मुख्यमंत्री नायब सैनी पूर्व सीएम भजन लाल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इससे पहले आदमपुर, राजस्थान के मुक्ति धाम मुकाम, जाम्भा, बिश्नोई मंदिर हिसार तथा गुरुग्राम स्मृति सदन में प्रतिमाएं लगाई जा चुकी हैं। इस समारोह को लेकर पिछले दिनों कुलदीप बिश्नोई व भव्य बिश्नोई ने नई दिल्ली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी।

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