इन्द्री, 11 जुलाई (निस)
पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात व हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े गए पानी से यमुना क्षेत्र के इन्द्री हलके के गांवों में बाढ़ ने लोगों को 1978 की याद दिला दी है। बीती शाम गढ़पुर टापू के पास टूटे तटबंध से बाढ़ ने कई अन्य गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। गढ़ी बीरबल के पास करनाल-यमुनानगर मार्ग बंद कर दिया गया है। पानी भर जाने के कारण इन्द्री से बदरपुर व कलसौरा जाने वाले मार्ग बंद हो गए हैं। एसडीआरएफ की टीम लोगों को निकालने में लगी है, लेकिन प्रशासन के प्रबंध कम पड़ रहे हैं। कईं गांवों में भोजन का संकट पैदा हो गया है। नगली, सैयद छपरा, जपती छपरा सैदान, जपती छपरा सिकलीगरान, कलसौरा, गढ़पुर टापू के सरकारी स्कूलों में पानी भरा होने के कारण स्कूलों की छुट्टी रही।
सोमवार को चन्द्रांव, नबियाबाद, जपती छपरा सैदान, जपती छपरा सिकलीगरान, सैयद छपरा, न्यू हलवाना, नगली, कमालपुर गडरियान व डबकौली खुर्द गांव पानी में घिर गए थे। अन्य कईं गांवों के रकबे में फसलें डूब गई थी। बीती शाम गढ़पुर टापू में तटबंध टूट जाने के कारण बाढ़ का पानी गढ़पुर टापू, गढ़ी लबकरी, कलसौरा, बदरपुर, बीबीपुर ब्राह्मणान, डेरा हलवाना, सिकंदरपुर व ब्याना के क्षेत्र में फैल गया है। गढ़पुर टापू में टूटे हुए तटबंध के मरम्मत कार्य का जायजा लेने सांसद संजय भाटिया, विधायक रामकुमार कश्यप, उपायुक्त अनीश यादव सहित विभिन्न अधिकारी पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम दिन-रात राहत कार्य में लगी हुई है।
डेरा हलवाना व जपती छपरा डेरा सिगलीगर के घरों में पानी घुसने से लोगों का घरों में रखा अनाज खराब हो गया। जपती छपरा निवासी सुबेग, जोगिंद्र, मंगत सहित ग्रामीणों ने बताया कि जपती छपरा गांव में शहर व अन्य गांवों से सम्पर्क मार्ग टूटा गया है। गांव में कच्चे घरों व झोपड़ियों में रहने वाले व रोज की दिहाड़ी करने वाले परिवारों को खाने के लाले पड़ गए हैं। घर में दूध की किल्लत हो गई है। डेरा हलवाना के सरपंच प्रतिनिधि महिपाल ने कहा कि प्रशासन का कोई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचा है। गांव में सुबह बाढ़ का पानी पहुंचा गया और रास्ते बंद हो गए। ऐसे में भोजन, पीने के पानी और बच्चों के लिए दूध का संकट पैदा हो गया है।
बीमार, गर्भवती महिला को किश्ती के जरिये निकाला
एसडीआरएफ टीम में शामिल लोगों ने जपती छपरा के एक बीमार व्यक्ति विजय को रेस्क्यू करते हुए अस्पताल पहुंचाया। उधर, नगली की तरफ से एक गर्भवती महिला को भी बोट के जरिये लाया गया। वहां से एंबुलेंस ने उसे इन्द्री के अस्पताल में पहुंचाया।