इन्द्री, 3 मई (निस)
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर उपमंडल के गांव चौगावां में किसान आंदोलन के लिए गेहूं इकट्ठी की गई। भाकियू के खंड प्रधान मंजीत लाल्लर की अगुआई में युवाओं ने गेहूं इकट्ठा की, जिसे दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों के लिए भेजा जाएगा।
मंजीत लाल्लर ने कहा कि गेहूं का सीजन चला हुआ है। खंड के हर गांव से ही गेहूं इकट्ठी की जा रही है। सोमवार को गांव चौगामा के अंदर युवा साथियों के सहयोग से गेहूं इकट्ठी की गई। उन्होंने कहा कि जहां सरकार एक तरफ कोरोना का भय दिखाकर लॉकडाउन लगा चुकी है, वहीं किसान अपने आंदोलन को लंबा चलाने के लिए के लिए प्रतिबद्ध हैं। उसके लिए आंदोलन स्थल पर किसानों के खाने-पीने के प्रबंध में कोई कोताही नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हम देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और यह लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने किसानों से कहा कि अगर कोई भी साथी दिल्ली जाता है। उसको रास्ते में प्रशासन पुलिस प्रशासन रोकता है तो किसी को रुकना नहीं है। यदि किसी किसान को तंग किया जाए तो अपने खंड के प्रधान व भाकियू के पदाधिकारियों को सूचित करें।
नहीं दिखा लॉकडाउन का असर, संख्या और बढ़ी
नरवाना (अस) : भले ही प्रदेश में लॉकडाउन का ऐलान हो गया है लेकिन बद्दोवाला टोल प्लाजा पर कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के धरने पर लॉकडाउन का कोई असर नहीं दिखाई दिया। सोमवार को धरनास्थल पर किसानों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा रही। किसान सभा नेता मास्टर बलबीर सिंह ने कहा कि किसानों के लिए नये कृषि कानून कोरोना महामारी से भी बड़ी बीमारी है, जिसे केंद्र सरकार जबरदस्ती किसानों पर थोंपना चाहती है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान इस बात पर अडिग हैं कि वे कृषि कानूनों को रद्द करवाये बिना घर नहीं लौटेंगे। सोमवार को धरने पर किसानों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि किसानों के जत्थे अब तक आसपास के 35 गांवों का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने आश्वासन दिया है कि नये कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन की मजबूती के लिए वे हर संघर्ष के लिये हर समय तैयार हैं। किसान नेता होशियार सिंह ने कहा कि सरकार इस गलतफहमी में न रहे कि कोरोना व लॉक डाउन की आड़ में किसानों के आंदोलन को समाप्त किया जा सकता है। किसान नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार अभी भी होश में नहीं आई तो किसान पश्चिम बंगाल की तर्ज पर पूरे देश से भाजपा का सफाया कर देंगे। इस अवसर पर रामचंद्र दनौदा, मा.धर्मपाल, शिशपाल गुलाढ़ी, पूनम बडनपुर, बिमला देवी, रामप्यारी सहित क लोग मौजूद रहे।