चंडीगढ़/पंचकूला 6 मार्च (ट्रिन्यू)
गर्मियों के दिनों में बढ़ने वाली बिजली की डिमांड को देखते हुए हरियाणा की बिजली कंपनियों ने तैयारी शुरू कर दी है। इस मुद्दे पर पंचकूला स्थित शक्ति भवन में विभाग के आला अफसरों व निगमों के प्रबंध निदेशकों की अहम बैठक हुई। बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बिजली उत्पादन, विभिन्न पावर समझौतों के तहत उपलब्ध बिजली सहित दोनों वितरण कंपनियों की समीक्षा की।
दास ने कहा, बदलते मौसम के चुनौतीपूर्ण समय में उपभोक्ताओं को नियमित बिजली सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले वर्ष गर्मी के महीनों में 10894 मेगावाट तक बिजली का उपयोग हुआ था। इस साल वर्तमान में 12187 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो ट्रांसफर ओवरलोड हो चुके हैं, उनका लोड बढ़ाया जाए या फिर उन्हें बदला जाए।
11केवी सब-स्टेशनों और लो-टेंशन बिजली तारों की मरम्मत की जाए ताकि गर्मी के दिनों में बिना अवरोध के सुगमता से आपूर्ति हो सके। दास ने कहा कि समस्या को निपटाने के लिए लम्बे फीडर को विभाजित करके छोटे-छोटे फीडर में बदले जाएं। सभी स्टेशनों पर केपीसिटर बैंक को सुचारू रूप से संचालित किया जाए। अगर 11 केवी की लाइन बार बार ट्रिप हो रही हैं तो इसका कारण तलाशा जाए।
उन्होंने एचवीपीएनएल और डिस्काम के सभी एससी को निर्देश दिए कि अपने अपने क्षेत्रों के सब-स्टेशनों का तुरंत प्रभाव से निरीक्षण करें और पाई गई खामियों का तत्काल निराकरण करें। इससे गर्मी और मानसून काल में निर्वाध रूप से विद्युत प्रवाह जारी रहें। इस मौके पर एचवीपीएनएल के प्रबंध निदेशक टीएल सत्यप्रकाश, बिजली उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक मोहम्मद शाईन, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के एमडी शशांक आनंद सहित कई मुख्य अभियंता व इंजीनियर मौजूद रहे।