सनातनियों की संख्या कम होने से भारत के कई क्षेत्रों में जनसांख्यिकी बिगड़ी : चन्द्रकान्त आर्य
नरवाना, 8 जून (निस)
सनातनियों की संख्या कम होने से भारत के कई क्षेत्रों में जनसांख्यिकी बिगड़ चुकी है। यह बात आर्य समाज के प्रधान चन्द्रकान्त आर्य ने आज नरवाना में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम के अवसर पर कही। चंद्रकांत आर्य ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राजस्थान और महाराष्ट्र इत्यादि में स्थानीय लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन घट रही है। विदेशी विधर्मियों की संख्या बढ़ाने और सार्वजनिक स्थानों पर कब्जे करने से आतंकवाद की गतिविधियां बढ़ रही हैं। यह राष्ट्र की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता के लिए चुनौती बनाने जा रहा है। जल संरक्षण के लिए किसान भाइयों से आह्वान करते हुए कहा कि धान के अतिरिक्त अन्य मोटे अनाज की पारंपरिक फसलों की कृषि प्राकृतिक विधि से करनी चाहिए। धान की खेती के लिए अच्छी सिंचाई करने के उपरांत, सीधे ही चावल की जीरो ड्रिल मशीन से बुवाई करनी चाहिए। साथ ही पशु-पक्षियों की निर्मम हत्या पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि वेद में स्पष्ट लिखा है कि ईश्वर ने प्रकृति में सब जीव जंतुओं को जीने का समान अधिकार दिया है। जयपाल सिंह आर्य ने कहा कि कोरोना जैसी संक्रमित बीमारियों से बचने के लिए प्रतिदिन संधि काल में गाय के घी, शक्कर,अगर, तगर, जौं,राई, चंदन, नागर मोथा, गिलोय, नीम इत्यादि की सामग्री, बरगद पीपल, आम,जांटी, ढाक शादी की समिदाओं का प्रयोग हवन में करना चाहिए। जंक फूड तले हुए खाद्य पदार्थ, पॉलीथिन प्लास्टिक में संरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शारीरिक रोग रोधी क्षमता कमजोर होती है, युवा वर्ग में नपुंसकता और बांझपन की बीमारी बढ़ती है। इस अवसर पर पर्यावरण शुद्धि एवं समृद्धि के लिए हवन भी किया गया। सत्संग में वेदपाल, किताब सिंह, संजीव, बलबीर सिंह, बलजीत सिंह आर्य मौजूद रहे।
आर्य वीर दल के शिविर में विद्यार्थियों को दिया जूडो, कराटे व लाठी चलने का प्रशिक्षण
आर्य समाज में आयोजित आर्य वीर दल के शिविर में विद्यार्थियों को दिया जूडो, कराटे तथा लाठी चलने का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही महापुरुषों की जीवनी पर आधारित प्रस्ताव लेखन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। जिसमें आर्य समाज के प्रधान चन्द्रकान्त आर्य ने योग प्रशिक्षण एवं चरित्र निर्माण के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में सहयोग प्राचार्य मनोज कुमार, किताब सिंह, तेजपाल, ललित, बलबीर सिंह, मीना गर्ग, सीमा, संजय सिंगला, राजबीर सिंह, यशपाल, संजीव, कुलबीर सिंह मौजूद रहे।