गुरुग्राम (निस) :
जापानी प्रतिनिधिमंडल ने जापान के डॉ. जुनिया ओनिशी (प्रोजेक्ट लीडर, सस्टेनेबल लैंड मैनेजमेंट इन ड्रायलैंड एरियाज) इंटरनेशनल सेंटर फॉर एग्रीकल्चरल साइंसेज जापान, के नेतृत्व में श्री गुरु गोविंद सिंह ट्राई सैंटनरी विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लिया। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. कायो मात्सुई, मृदा वैज्ञानिक, डॉ. गुएनवू ली, अर्थशास्त्री; डॉ. काज़ुहिसा कोड़ा, जापान के इंजीनियर शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार, डीन, कृषि विज्ञान संकाय, एसजीटी विश्वविद्यालय और डॉ. गजेंद्र यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईसीएआर- सेंट्रल सॉइल सैलिनिटी रिसोर्ट इंस्टिट्यूट करनाल भी मौजूद रहे। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने एसजीटी विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया तथा उन्होंने करनाल में पराली के प्रबंधन और मिट्टी की लवणता को नियंत्रित करने और लवणीय सोडिक मिट्टी में जल निकासी में सुधार के लिए इसके उपयोग पर किए गये अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया। जापान में आविष्कृत कट-सॉइलर नामक एक मशीन का उपयोग खेतों से पराली इकट्ठा करने और 45-50 सेमी की गहराई पर मिट्टी में डालने के लिए किया जाता है। यह मशीन मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों को शामिल करने, मिट्टी में जल निकासी और पानी के रिसाव में सुधार करने और किसानों को पराली को जलाने से रोकने में अहम भूमिका निभायेगी।