सिरसा, 2 जून (निस)
बाबा रामदेव की ओर से आईएमए के प्रति की जा रही बयानबाजी के विरोध में आईएमए की केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर बुधवार को जिलेभर में आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने काली पट्टियां बांधकर रोष जताया। आईएमए की जिला प्रधान डा. अर्चना अग्रवाल व उपप्रधान डा. आशीष खुराना ने संयुक्त रूप से बताया कि बाबा रामदेव ने सार्वजनिक रूप से एलोपैथी और डॉक्टरों का मजाक उड़ाया है। कोरोना महामारी के समय में सभी डॉक्टरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात एक कर मरीजों की सेवा में लगे रहे। 1200 से अधिक चिकित्सक हजारों स्टाफ सदस्य महामारी की भेंट चढ़कर मौत के आगोश में समा गए। उनके बयान से मनोबल टूटा है।
उन्होंने कहा कि जब तक बाबा रामदेव सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। बृहस्पतिवार को भी आईएमए से जुड़े चिकित्सक दो घंटे ओपीडी बंद रखकर अपना रोष जताएंगे। जिला प्रधान ने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर जल्द बाबा रामदेव के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया तो उन्हें मजबूर आंदोलन की राह अपनानी पड़ेगी।
आईएमए ने मनाया काला दिवस
यमुनानगर (हप्र) : चिकित्सकों को लेकर बाबा रामदेव की ओर से की गई टिप्पणी के विरोध में आईएमए ने आज काला दिवस मनाया। आईएमए चिकित्सकों ने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर ओपीडी की। डॉक्टरों का कहना है कि कोविड के इस दौर में बाबा रामदेव ने भड़काऊ टिप्पणी की है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। आईएमए की जिला अध्यक्ष डॉ़ सुनीला सोनी ने बताया कि रामदेव के खिलाफ पुलिस अधीक्षक यमुनानगर को भी शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि आईएमए 3 जून को 9 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखेेगी जबकि एमरजेंसी मरीज पूरे दिन देखे जाएंगे।