भिवानी, 27 मार्च (हप्र)
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्च माह के पहले हफ्ते में ही दसवीं व बारहवीं की डिजिटल मार्किंग शुरू करवाने व डिजिटल मार्किंग के लिए अध्यापकों को तकनीकी प्रशिक्षण देने के दावों पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
मार्च माह के अंतिम सप्ताह में भी डिजिटल मार्किंग शुरू नहीं हो पाई है और अब आचार संहिता लग जाने के कारण इसके जल्दी शुरू होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने बोर्ड चेयरमैन को डिजिटल मार्किंग के कारण होने वाली अनावश्यक परेशानी व आर्थिक बोझ से अवगत करवाने के लिए पत्र लिखा है। साथ ही जल्द मैन्युअल मार्किंग शुरू करने की मांग की है। हसला राज्य प्रधान सतपाल सिन्धु का कहना है कि इस कार्य के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने निविदा सूचना में बयाना राशि जमा (ईएमडी) के तौर पर 10 करोड़ की राशि निर्धारित की है, इससे यह साबित होता है कि इस कार्य के निष्पादन के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा 10 करोड़ से कई गुणा ज्यादा खर्च किया जाएगा जो कि न्यायसंगत नहीं है।
विद्यार्थियों के हित में होगा फैसला
बोर्ड अध्यक्ष वीपी यादव का कहना है कि बोर्ड सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। विद्यार्थियों के हित सर्वपरि हैं और इस बात को ध्यान में रखते हुए रिजल्ट निर्धारित समय पर निकाले जाएंगे। चाहें फिर डिजिटल मार्किंग की बजाय मैन्युअल मार्किंग ही क्यों न करवाई जाए। बोर्ड वही फैसला करेगा जो विद्यार्थियों के हित में होगा।