जीत सिंह/निस
गुहला चीका, 26 अप्रैल
गुहला विधायक ईश्वर सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को चीका स्थित अपने निवास पर बुलाई गई पत्रकार वार्ता में विधायक ईश्वर सिंह जहां दुष्यंत चौटाला पर जमकर बरसे वहीं मंत्री न बनाए जाने का दर्द भी खुलकर बयान किया। उनके साथ जजपा छोड़ चुके डेयरी विकास संघ के पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह भी मौजूद थे। ईश्वर सिंह ने दुष्यंत चौटाला पर वादाखिलाफी के आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने पार्टी ज्वाइन की थी तो प्रदेश में जजपा का कोई अस्तित्व नहीं था, उसके बावजूद वे 2019 के चुनाव में कैथल जिले से अकेले विधायक विजयी हुए थे। ईश्वर सिंह ने कहा कि उन्हें सरकार में मंत्री बनाने की चर्चाएं कई दिनों तक चलती रही लेकिन आखिर में दुष्यंत ने उन्हें किनारे कर जूनियर विधायकों को मंत्री बना दिया। ईश्वर सिंह ने कहा कि गुहला की टूटी हुई सड़कों का मुद्दा लेकर वे कई बार दुष्यंत चौटाला के पास गए लेकिन पीडब्ल्यूडी मंत्री होने के बावजूद दुष्यंत ने गुहला की सड़कों का निर्माण नहीं करवाया जिसके चलते यहां के लोगों को लंबे समय तक दिक्कतें झेलनी पड़ी और उन्हें राजनैतिक नुकसान हुआ। ईश्वर सिंह ने कहा कि दुष्यंत के अहंकार के चलते जजपा आज इस हालत में पहुंच गई है कि उनके पास लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए दस उम्मीदवार तक नहीं है।
जब विधायक ईश्वर सिंह से पूछा कि जजपा की टिकट पर वे विधायक बने, उनके पुत्र रणधीर सिंह को डेयरी विकास संघ का चेयरमैन बनाया गया और जजपा में रहते ही उनकी पुत्रवधू रेखा रानी नगरपालिका चीका की चेयरपर्सन बनी तो ईश्वर सिंह ने कहा कि वे विधायक का चुनाव अपने दम पर जीते थे और रेखा रानी भी चुनाव जीतकर चेयरपर्सन बनी है। विधायक और चेयरपर्सन बनाने में जजपा या दुष्यंत का कोई योगदान नहीं था। उन्होंने विकास कार्यों में रोड़ा अटकाने पर दुष्यंत चौटाला के साथ साथ स्थानीय विरोधियों को भी जमकर आड़े हाथों लिया।