श्याम बाबा के दर्शन को खाटू धाम पहुंचने लगे भक्त
नारनौल, 6 मार्च (हप्र)
फाल्गुन मास में राजस्थान के खाटू धाम में लगने वाले सबसे प्रसिद्ध एवं विशाल मेले के बारे में कहावत है कि फाल्गुन की रुत प्यारी, थे आ ओ श्याम बिहारी, म्हारै चाव चढ़यो अति भारी ऐसो रंग जमा दयो श्याम रंगज्या धरती सारी। खाटू श्याम की तो महिमा ही निराली है। इसी कहावत को दोहराते हुए लाखों श्याम भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने हर वर्ष लाखों की संख्या में खाटू धाम बाबा के दर्शन करने जाते हैं।
फाल्गुन मास में खाटू धाम में लगने वाले इस विशाल मेले में नारनौल शहर विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है, क्योंकि दूर-दराज के कई शहरों जैसे दिल्ली, यूपी, पंजाब, रेवाड़ी, भिवानी, दादरी व महेंद्रगढ़ आदि से पैदल आने वाले श्याम भक्त पहले नारनौल पहुंचते हैं और इसके बाद छोटा रास्ता होने के कारण रेल लाइन के साथ-साथ रींगस पहुंचते हैं। ध्वज लेकर पैदल जा रहे इन श्याम भक्तों की कतार इतनी लंबी होती है कि नारनौल से रींगस तक पूरे रास्ते नहीं टूटती। रेलवे लाइन के साथ-साथ रंग-बिरंगे ध्वज लेकर चलने वाले श्याम भक्तों की कतारें मनोहारी दृश्य पैदा करती हैं। फाल्गुन मेला 15 दिन पहले ही शुरू हो जाता है, लेकिन मुख्य मेला इस वर्ष 9 से 12 मार्च तक चलेगा। खाटू धाम जाने वाले श्याम भक्तों के लिए रींगस तक गांव-गांव, कस्बे व हर नगरों में श्रद्धालुओं द्वारा श्याम भक्तों के लिए हजारों शिविर लगाकर उनके खाने-पीने व रहने आदि की पूरी व्यवस्था की जाती है। नारनौल में मुख्य मार्गों व रेल लाइन के पास यात्रियों की सुख सुविधा के लिए अनेक शिविर लगाए गए हैं।