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प्रदेश में वर्टिकल बागवानी को बढ़ावा देगी नायब सरकार

हरियाणा राज्य बागवानी विकास एजेंसी की बैठक में फैसला
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चंडीगढ़ में बुधवार को हरियाणा राज्य बागवानी विकास एजेंसी की जनरल बॉडी मीटिंग की अध्यक्षता करते कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा। -दैनिक ट्रिब्यून
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चंडीगढ़, 7 मई (ट्रिन्यू)

हरियाणा में फलों व सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को ‘वर्टिकल बागवानी’ की ओर आकर्षित किया जाएगा। प्रदेश में घटती कृषि जोत को देखते हुए यह योजना बनाई है। इससे कम क्षेत्र में अधिक आमदनी हो सकेगी। प्रदेश के कृषि व बागवानी मंत्री श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में बुधवार को ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन’ के तहत गठित ‘हरियाणा राज्य बागवानी विकास एजेंसी’ की जनरल बॉडी की द्वितीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।

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बैठक में कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ़ राजा शेखर वुंडरू, बागवानी विभाग के महानिदेशक रणबीर सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ़ अर्जुन सैनी के अलावा अन्य अधिकारी तथा एजेंसी के कई सदस्य उपस्थित थे। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में किसानों की कल्याणकारी सरकार है।

किसानों को अाधुनिक तकनीकि से करायें रूबरू

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस्राइल और जापान की तर्ज पर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से रूबरू करवाएं ताकि कम पानी में और कम रासायनिक खादों से कृषि की बेहतरीन उपज ली जा सके। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को आम बजट में बागवानी क्षेत्र के लिए तय किये गए बजट का पूर्ण रूप से सदुपयोग करने की सलाह दी और कहा कि इसके लिए लक्ष्य बना कर कार्य करें और उसको निर्धारित अवधि में पूरा करें। बैठक में बताया कि राज्य में विभिन्न सब्जी और फलों के करीब 400 क्लस्टर चिह्नित किए हैं। इनमें पैक हाउस के लिए किसनों व किसान समूहों को अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में कम पानी में खजूर की खेती करने पर बल दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। एकीकृत बागवानी विकास योजना के अंतर्गत कवर की जा रही खजूर की खेती के लिए 1.60 लाख रूपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान दिया जा रहा है।

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