सफीदों (निस) : सफीदों हलके में टूटी सड़कों को सुधारने की मांग को लेकर सोमवार को कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। गांगोली ने कहा कि पिछले वर्ष भी उन्होंने सफीदों हलके में टूट चुकी सड़कों की तरफ सरकार का ध्यान विधानसभा सत्र में खींचा था, लेकिन इसके बावजूद इनमें कोई सुधार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा सत्र के दौरान वे जर्जर सड़कों का मुद्दा फिर उठाएंगे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक के साथ भिड़ताना, धडोली, खरक गागर, कालवा, पिल्लूखेड़ा मंडी, तलौडा खेड़ी रोड, जामनी चौक, खेड़ाखेमावती, खानसर चौक सफीदों, महिला कॉलेज सफीदों की सड़कों पर प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विक्रम कुंडू, पाला राठी, सरपंच दलबीर कुंडू, शेरा भिडताना, बलबीर धडोली, सुरेंद्र कुंडू सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।