करनाल, 16 मई (हप्र)
सोशल मीडिया के बढ़ते दुरुपयोग को रोकने को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सोमवार को लघु सचिवालय पहुंचकर उपायुक्त अनीश यादव व पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया से मुलाकात की।
आईएमए के प्रधान डॉक्टर संजय खन्ना व सचिव डॉक्टर रजत मिमानी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई ऐसे समाचार प्रसारित होते हैं, जो तथ्यों से परे होते हैं, जिससे समाज में भ्रम फैलने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे समाचारों व रिर्पोटिंग पर अंकुश लगना चाहिए। एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त अनीश यादव और पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया से अनुरोध किया कि डॉक्टर अपनी सेवाएं बिना किसी व्यवधान के आमजन को मुहैया करवाएं, इसके लिए अस्पतालों में सोशल मीडिया की रिपोर्टिंग को नियंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर अपना कार्य समाजसेवा, जनहित व प्रतिष्ठा के लिए करते हैं और आपातकालीन समय में भी निस्वार्थ सेवाएं देते हैं। उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया के पत्रकारों द्वारा केवल मरीज के परिजनों की बात सुनकर अस्पताल की छवि को नुकसान पहुंचाने की घटना को प्रशासन के सामने रखा। इस प्रकार की रिपोर्टिंग की निंदा करते हुए उन्होंने प्रशासन से मांग की कि सोशल मीडिया में पत्रकारिता को लेकर नियम व कानून बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला में इस प्रकार की घटनाओं से पूरा चिकित्सक वर्ग तनाव में है।
‘पत्रकार एकतरफा रिपोर्टिंग ने करें’
आईएमए की सुनवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने सोशल मीडिया के पत्रकारों से अपील की है कि वे आमजन के मुद्दों को उठाते हुए इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि उनकी रिपोर्टिंग एकतरफा न हो। इस मौके पर आईएमए की ओर से प्रधान डॉक्टर संजय खन्ना, सचिव डॉक्टर रजत मिमानी, डॉक्टर भरत ठाकुर, डॉक्टर अनुज ठाकुर, डॉक्टर संजीव अरोड़ा, डॉक्टर अरविंद भाई, डॉक्टर गगन कौशल व डॉक्टर नवीन गुप्ता उपस्थित रहे।