कुरुक्षेत्र, 10 मई (हप्र)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र ने तकनीकी शिक्षा में नये पेशेवरों और उद्यमियों को पैदा कर विकास में नये आयाम स्थापित कियये हैं। वे मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर आयोजित न्यायपालिका प्रणाली, मानवाधिकार और राष्ट्रीय सुरक्षा में भगवद्गीता की भूमिका विषय पर 5 दिवसीय विशेष कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।
इससे पहले राज्यपाल, सांसद नायब सिंह सैनी, निट के निदेशक प्रो. बीवी रेड्डी, कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, निट पांडिचेरी के निदेशक प्रो. के शंकर नारायणसामी, आरईआरएफ के अध्यक्ष बीके डा. मृत्युंजय, डीन प्रो. ब्रहमजीत सिंह, रजिस्ट्रार जीआर सामंतरे ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। निट प्रशासन की तरफ से एक डिजिटल रोड मैप का लोकार्पण भी किया गया। राज्यपाल और सांसद नायब सिंह सैनी ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को महाराणा प्रताप की 482वीं जयंती पर शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप ने न्याय, समानता और स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और जीवन में कभी हार नहीं मानी। उनके जीवन से युवाओं को शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अनुसंधान क्षेत्रों में एनआईटी कुरुक्षेत्र संकाय सदस्यों को 12 पेटेंट दिए गए हैं।
कार्यक्रम में कुलपति सोमनाथ सचदेवा, निदेशक प्रो. के शंकर नारायणसामी, आरईआरएफ के अध्यक्ष डा. मृत्युजंय ने भी विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर उपायुक्त मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला, एडीसी अखिल पिलानी, एसडीएम नरेंद्रपाल मलिक आदि उपस्थित थे।