प्रदीप साहू/निस
चरखी दादरी, 15 नवंबर
नवंबर माह की शुरूआत से ही दादरी जिले में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंचा हुआ है। दीपावली पर्व के बाद से दादरी जिला प्रदूषण के रेड जोन में है। तापमान में गिरावट तथा हवा में नमी व हवा की गति कम होने के कारण धुआं वायुमंडल की ऊपरी परत में नहीं पहुंच पा रहा है। इसके कारण पिछले कुछ दिनों से जिला स्माॅग की चादर में ही लिपटा हुआ है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार सोमवार को दादरी जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स, एक्यूआई 323 दर्ज किया गया। जो खराब की श्रेणी में है। वहीं, पिछले करीब एक सप्ताह के दौरान एक्यूआई के आंकड़ें में बदलाव हो रहे हैं। लेकिन यह आंकड़ा 300 से कम नहीं हो रहा है। क्षेत्र में धुएं की एक परत आसानी से दिखाई दे रही है। स्माॅग के कारण लोगों की आंखों में जलन सामान्य बात हो गई है। स्माॅग के कारण बुजुर्गों, श्वास संबंधित रोगों तथा एलर्जी से पीड़ित लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई है।
बुजुर्गों को अधिक खतरा
हृदय रोग विशेषज्ञ डा. अरविंद गर्ग ने बताया कि प्रदूषण का असर हृदय, फेफड़ों व शरीर के लगभग सभी अंगों पर पड़ता है। युवाओं के मुकाबले इम्युनिटी कम होने के कारण बुजुर्गों को बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। घर से बाहर निकलते समय फेस मास्क जरूर पहनें।