फरीदाबाद, 14 मई (हप्र)
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के आह्वान पर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने हाथों में काले झंडे और उल्टे झाड़ू लेकर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने भोजन अवकाश के समय पहले निगम मुख्यालय पर रोष सभा की और उसके बाद निगम मुख्यालय से नीलम चौक तक काले झंडे और झाड़ू के साथ प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरपालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान दिलीप बोहत ने की व मंच का संचालन सफाई कर्मचारी यूनियन के सचिव महेंद्र कुड़िया ने किया। कर्मचारियाें ने 16 मई की राज्यव्यापी भूख हड़ताल में शामिल होने का ऐलान किया।
नगरपालिका कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि निगम में सफाई कर्मचारियों का भारी अभाव है। आबादी और क्षेत्रफल के अनुपात में 10 हजार कर्मचारियों की आवश्यकता है, जबकि आज निगम में 2900 सफाई कर्मचारी ही कार्यरत हैं। इनमें से भी 300 कर्मचारी अधिकारी और राजनेताओं के घरों पर काम करते हैं।
शास्त्री ने कहा कि निगम प्रशासन को शहर की सफाई व्यवस्था सुधारनी है, तो सफाई कर्मचारियों की भर्ती करे। निगम और अधिकारियों व राजनेताओं के घरों पर काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को जनता की सेवा में उतारे। यदि यह काम किए बिना सफाई कर्मचारियों को जबरन एसडब्ल्यूएम एप और वार्ड बंदी से परेशान करने का काम किया तो कर्मचारी निगम की तानाशाही का मुंहतोड़ जवाब देंगे। प्रदर्शन में नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य उपाध्यक्ष कमला, राज्य उप महासचिव सुनील चिंडालिया, राज्य सचिव अनूप वाल्मीकि मौजूद रहे। इसके अलावा
नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव अनिल चिंडालिया, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह, वरिष्ठ प्रधान श्रीनंद ढकोलिया, कोषाध्यक्ष जितेंद्र छाबड़ा, बेलदार यूनियन के प्रधान शहाबुद्दीन, वाटर सप्लाई यूनियन के प्रधान देवी चरण शर्मा, सचिव राम रतन कर्दम, इलेक्ट्रीशियन यूनियन के प्रधान मनोज शर्मा, सेनिटेशन यूनियन के प्रधान शिव कुमार, सीवरमैन यूनियन के सचिव प्रदीप चावरिया भी मौजूद रहे।
पिता व 2 बेटों की मौत पर जताया शोक, बोले- 20 दिनों में 13 सफाई कर्मचारियों की मौत
रोष सभा में बुधवार को रोहतक में पिता व 2 बेटों की सीवर में हुई मौत पर भी कर्मचारियों ने शोक व्यक्त किया। शास्त्री ने कहा कि 20 दिनों में 13 सफाई कर्मचारियों की अलग-अलग दुर्घटनाओं में मौत हुई है, लेकिन सरकार मौन धारण किए हुए है और मृतक परिवारों के आश्रित न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। शास्त्री ने कहा कि सीवर में हो रही मौतों पर रोक लगाने और मृतक कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ह्यूमन राइट्स कमिश्नर और सुप्रीम कोर्ट के शरण में भी जाएगा।