सुरेंद्र सिंह सांगवान/ट्रिन्यू
पंचकूला, 16 नवंबर
लोगों की जान बचाने के लिए कोरोना काल में 28 स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान दे दिया। अब हमारा दायित्व हैं कि उनके बलिदान को ताउम्र याद रखें। यह बात स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को कोरोना योद्धाओं की याद में तैयार की गई ‘वॉल आफ मेमारी’ के अनावरण मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कही। विज ने कहा कि 11 जिलों में मेमोरी वॉल बनाई गई है ताकि आने वाली पीढियां कोरोना योद्धाओं को याद रखकर जीवन में आगे बढ़ें। साथ ही विज ने मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड के दौरान की परिस्थितियों के संबंध में इतिहास लिखने का कार्य करें। उन्होंने कोविड के कारण जान गंवाने वाले कर्मचारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा है कि वे चाहते हैं कि हरियाणा आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनें और उन्हें विश्वास है कि पर्याप्त आक्सीजन के मामले में यह देश का पहला राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि हर जिला में वर्किंग आईसीयू भी हो, जिनमें पर्याप्त उपकरण भी होने चाहिएं। उनके लिए हर व्यक्ति की जान कीमती है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान पुलिस विभाग के भी 37 लोगों का बलिदान हुआ है। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के 9 लोगों ने भी कोविड के दौरान दायित्व निभाते हुए जान गंवाई है। वे चाहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई ‘वॉल आफ मेमोरी’ की तर्ज पर पुलिस विभाग व शहरी स्थानीय विभाग में भी ऐसे वॉल बनें। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के 56 उत्कृष्ठ कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया। राज्य में 60 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके है और बाकी का टेंडर लगाया गया है। उन्होंने बताया किअब तक लगभग 2.69 करोड लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। प्रदेश में 89 प्रतिशत पात्र लोगों को पहली व 43 प्रतिशत पात्र लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत हरियाणा में 2025 टीमों का गठन किया गया है जो हर घर में जाकर टीकाकरण का कार्य कर रही है। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवराजीव अरोड़ा व स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीना सिंह भी मौजूद थीं।
अभी बीमारी खत्म नहीं हुई
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर आएगी, लेकिन पिछले डेढ महीने में 20 से कम नए मरीजों की संख्या रह रही है जोकि दूसरी लहर के दौरान 15 हजार से ऊपर चली गई थी। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अभी बीमारी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की यदि कोई लहर आती है तो उसके लिये पूरी तैयारी कर रखी है। दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन का संकट आया था, लेकिन हमने दिनरात मेहनत करके जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन उपलब्ध कराई। राज्य के सभी 50 बिस्तर से अधिक के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि वे अपने यहां पर पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाएं अन्यथा ऐसे अस्पतालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।