सोनीपत, 19 अक्तूबर(निस)
कुंडली बॉर्डर किसान धरनास्थल पर लखबीर सिंह की निर्ममतापूर्वक हत्या मामले में निशाने पर आए निहंग अब एक और विवाद में घिर गए हैं। निहंग बाबा अमनदीप सिंह की कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ फोटो वायरल होने से सोशल मीडिया पर हंगामा तेज हो गया है। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने भी फोटो पर सवाल उठाते हुए इस मामले में साजिश की आशंका जताई है। वहीं, बाबा अमनदीप ने इस मामले में अपनी सफाई देने के लिए समय मांगा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने निहंग सिख समूह के नेता से जुलाई 2021 में मुलाकात की गई थी। यह निहंग सिख नेता उसी समूह से है जो 15 अक्तूबर को कुंडली-सिंघु मोर्चा पर लखबीर सिंह को यातना देकर हत्या करने में शामिल था।
एसकेएम ने आरोप लगाया कि लखबीर सिंह हत्याकांड, भाजपा और उसकी सरकारों लखीमपुर खीरी नरसंहार को भटकाने के लिए कराया गया है। इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। कुंडली बॉर्डर पर 15 अक्तूबर को पंजाब के तरनतारन जिला के गांव चीमा खुर्द के लखबीर सिंह पर बेअदबी का आरोप लगाते हुए उसकी बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी थी। हत्या कर युवक के शव को बुरी तरह से क्षत-विक्षत कर बेरिकेड पर लटका दिया गया था। इसके बाद से निहंग लगातार निशाने पर हैं। यहां तक कि संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों के कृत्य को गलत ठहराते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। वहीं, बेअदबी के मामले में शुरुआत से ही संयुक्त किसान मोर्चा कर जांच की मांग कर रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य डा. दर्शन पाल सिंह ने कहा कि 21 अक्तूबर को संयुक्त किसान मोर्चा की कुंडली बॉर्डर पर बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें कई अहम फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके आंदोलन को दिल्ली की सीमाओं पर 26 अक्तूबर को 11 महीने पूरे होने जा रहे हैं। निहंग मामले में उन्होंने कहा कि इस घटना में बड़ी साजिश की बात सामने आ रही है।
कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि परतें उठ रही हैं, पर्दा खुल रहा है। कौन असल में पर्दे के पीछे किसके साथ खड़ा है, कौन किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। इधर, वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव जैन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि बाबा अमनदीप सिंह के मामले में कांग्रेस दुष्प्रचार पर उतर आई है। किसी नेता या मंत्री से मिलने का मतलब ये नहीं कि उससे संबंध हैं।