दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 24 अप्रैल
हरियाणा कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बीच पार्टी हाईकमान जाट और गैर-जाट में संतुलन बनाने की कोशिश में जुटा है। हरियाणा के सीनियर नेताओं के साथ हाईकमान और दिग्गज नेता लगातार बैठकें कर रहे हैं। रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी के स्पेशल मेम्बर व आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई ने नई दिल्ली में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इससे पूर्व शनिवार को विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिग्गज नेताओं के साथ बैठक की थी।
दरअसल, पार्टी नेतृत्व इस प्रयास में है कि प्रदेशाध्यक्ष के साथ-साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता को भी बदला जाए। वर्तमान में हुड्डा सीएलपी लीडर हैं और वे यह पद छोड़ने को राजी नहीं हैं। पूर्व सीएम चाहते हैं कि उनकी पसंद के किसी अजा नेता को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी जाए। होडल से पूर्व विधायक उदयभान का नाम भी वे आगे कर चुके हैं। गैर-अजा की सूरत में वे महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह का नाम चला चुके हैं।
बहरहाल, कुलदीप की इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। दिल्ली से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पार्टी आखिर तक इस कोशिश में है कि पूर्व मुख्यमंत्री को प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाए और उनकी जगह कुलदीप को सीएलपी लीडर बनाया जाए।
शनिवार की बैठक में हुड्डा सीएलपी लीडर के लिए नया फार्मूला देकर पेच फंसा चुके हैं। उनका कहना है कि वे प्रदेश की कमान संभालने को तैयार हैं। बशर्ते विधायक दल के नेता का फैसला विधायकों की सहमति से हो।
यह बात केंद्रीय नेतृत्व भी अच्छे से जानता है कि अगर विधायकों की पसंद-नापसंद की बात आई तो विधायक दल का नेता भी हुड्डा के कैम्प से ही बनेगा। प्रदेश में कांग्रेस के 31 विधायक हैं और उनमें से दो दर्जन से अधिक हुड्डा के साथ हैं। अब पार्टी हाईकमान यह जोखिम उठाएगा, इसकी कम ही उम्मीद है। माना जा रहा है कि इसी तरह के विवादों और नये फार्मूलों के चलते हाईकमान प्रदेशाध्यक्ष को लेकर कोई फैसला नहीं कर पा रहा है।
उधर, कुलदीप की प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद उनके समर्थकों के हौसले बुलंद हैं। उन्हें लगता है कि लम्बे समय से हाशिये पर चल रहे कुलदीप के दिन भी अब फिरने वाले हैं। 2005 में कांग्रेस ने जब 67 विधायकों के साथ सत्ता वापसी की तो उस समय नेतृत्व ने चौ़ भजनलाल की जगह भूपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। उसके बाद से ही कुलदीप मुख्यधारा में आने की कोशिश कर रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई बढ़ा चुके सक्रियता
प्रदेश में चल रही बदलाव की मुहिम के बीच कुलदीप ने पिछले कुछ दिनों से खुद को काफी सक्रिय भी किया हुआ है। वे जिलावार भजनलाल समर्थकों व पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठकें कर उन्हें लामबंद भी कर रहे हैं। अब यह देखना रोचक रहेगा कि नेतृत्व द्वारा हुड्डा को की गई प्रदेश कांग्रेस की कमान के बीच और पूर्व सीएम द्वारा विधायकों की पसंद से सीएलपी लीडर का चयन करने के फार्मूले के बीच कुलदीप बिश्नोई को सफलता मिलती है या नहीं। एक बड़ा सवाल यह भी है कि इस पूरी उठापठक के बीच हुड्डा कैम्प को कितना वेट मिलता है या एंटी हुड्डा खेमे को कितनी तवज्जो मिलती है, यह भी काफी रोचक रहने वाला है।