चंडीगढ़, 24 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा में 100 करोड़ से अधिक लागत की सभी परियोजनाओं की अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सीधे समीक्षा करेंगे। इन परियोजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी गठित की है। सीएम भी समय-समय पर ऐसे सभी प्रोजेक्ट पर रिपोर्ट लेंगे, जिनका बजट 100 करोड़ से ज्यादा है। सोमवार को कमेटी की पहली बैठक चंडीगढ़ में सीएम की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में 21 परियोजनाओं को लेकर सीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से रिपोर्ट ली। साथ ही, उन्होंने ऐसे सभी प्रोजेक्ट के लिए पीईआरटी (परियोजना मूल्यांकन और समीक्षा तकनीक) चार्ट बनाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल के अलावा कई विभागों के प्रशासनिक सचिव मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि हरियाणा का समग्र विकास सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए सभी चल रही परियोजनाओं के लिए परियोजना मूल्यांकन और समीक्षा तकनीक (पीईआरटी) चार्ट बनाया जाना चाहिए ताकि समयावधि, पूर्ण प्रतिशत और अपेक्षित उद्घाटन तिथि की स्थिति स्पष्ट हो सके। मुख्य सचिव ने सीएम को बताया कि वर्तमान में 14 विभागों की 80 से अधिक परियोजनाओं पर काम चल रहा है। यहां बता दें कि 9 जनवरी को सीएम ने राज्य के विकास की गति को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए 100 करोड़ रुपए से अधिक की सभी चल रही परियोजनाओं की समीक्षा करने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति के गठन को मंजूरी दी थी।
पीपीपी मोड वाला पहला बस टर्मिनल फरीदाबाद में
एनआईटी फरीदाबाद में 125 करोड़ की लागत से पीपीपी मोड के तहत प्रदेश का पहला बस टर्मिनल बनेगा। परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क ने बैठक में बताया कि टर्मिनल को इसी वर्ष चालू कर दिया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की प्रधान सचिव जी़ अनुपमा ने बताया कि करनाल के कुटैल में 761 करोड़ रुपए की लागत से पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का कार्य चल रहा है। नारनौल के कोरियावास में 598 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बनेगा। इसी तरह से भिवानी के मेडिकल कॉलेज पर 535 करोड़ तथा जींद के मेडिकल कॉलेज पर 663 करोड़ खर्च होंगे। सीएम को बताया कि पंचकूला के सेक्टर-23 में 133 करोड़ से अधिक लागत से राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) की स्थापना हो रही है। वहीं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा ही 128 करोड़ की लागत से पीपीपी मोड पर सोनीपत के गांव किलोड़हद में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) की स्थापना की जा रही है। निफ्ट को लेकर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने बताया कि सिविल कार्य पूरा हो चुका है।
नल्हड़ में बन रहा डेंटल कॉलेज
नूंह के नल्हड़ में चल रहे मेडिकल कॉलेज कैम्पस में ही डेंटल कॉलेज भी बनेगा। इस पर 172 करोड़ की लागत आएगी। करनाल में कल्पना चावला के नाम से चल रहे मेडिकल कॉलेज के नये भवन पर काम चल रहा है, जिस पर 373 करोड़ खर्च होंगे। जी़ अनुपमा ने बताया कि राज्य में छह नर्सिंग कॉलेजों – कैथल (धेर्दु), कुरुक्षेत्र (खेड़ी राम नगर), पंचकूला (खेड़ावाली), फरीदाबाद (औरा व दयालपुर) और रेवाड़ी (कोसली) पर काम चल रहा है। जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही सात परियोजनाओं के बारे में प्रधान सचिव एके सिंह ने कहा कि चरखी दादरी के निमेर बदेसरा में 35 गांवों में नहर आधारित जलापूर्ति योजना की डीपीआर बन गई है और आगे का कार्य तेजी से चल रही है।
9वीं से 12वीं के छात्रों को टेबलेट
स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह ने बैठक में बताया कि स्कूलों के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की खरीद का टेंडर हो चुका है। नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों को नि:शुल्क टेबलेट उपलब्ध कराने के संबंध में टेबलेट खरीद का कार्य जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। जल्द ही टेबलेट का वितरण शुरू होगा। बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, सीएम के प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल मुख्य रूप से मौजूद रहे।
103 करोड़ के प्रोजेक्ट के होंगे टेंडर
फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में 103 करोड़ की लागत से बनने वाले मातृ एवं शिशु अस्पताल ब्लाक के निर्माण के लिए भी जल्द टेंडर जारी होंगे। सीएम ने अधिकारियों को कहा कि जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं या जहां सिविल अस्पतालों को अभी तक 100 बिस्तर से 200 बिस्तरों में अपग्रेड नहीं किया गया है, उनका पूरा विवरण तैयार किया जाए। आयुष विभाग के महानिदेशक डॉ. साकेत कुमार ने बताया कि 475 करोड़ की लागत कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य जारी है।