फरीदाबाद, 17 अप्रैल (हप्र)
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2022 में पूरे देश के 156 विश्वविद्यालयों के 3000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। एनईवाईपी 2022 के पुरस्कार और समापन सत्र की मेजबानी मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज ने संसद भवन में पीएसजी (पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ) के साथ की। लोकसभा के ट्रेजरी और विपक्षी बेंच के बीच दो वाद-विवाद सत्र हुए, जिसके बाद पुरस्कार और समापन समारोह का आयोजन हुआ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, पद्मश्री पुरस्कार विजेता सावजी ढोलकिया विशिष्ट अतिथि के रूप में तथा 12 वर्षीय पर्यावरण योद्धा आर्या चावड़ा और मास्टर कौटिल्य पंडित गूगल बॉय भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि जलवायु परिवर्तन ने पृथ्वी के पांच बुनियादी तत्वों को प्रभावित किया है, तथा ग्रीन हाउस प्रभावों को कम करने और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए एक योजना तैयार करने पर जोर दिया। वाद-विवाद के साथ हमें योजनाओं को कैसे इम्प्लीमेंट किया जा सकता है, इस पर ध्यान देने की जरुरत है और सकारात्मक परिणाम लाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में नए ऊर्जा संसाधनों ने कार्बन उत्सर्जन में बहुत योगदान दिया है कि पिछले 200 वर्षों में हमने जो तापमान वृद्धि देखी है, वह आने वाले 80 साल में भी उतनी ही होगी। उन्होंने बताया कि भारत 30 जून 2022 से देश में 120 मिमी प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देगा और क्षेत्रीय भाषाओं में भी राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की। सावजी ढोलकिया ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके पास प्रकृति को अपने अंदाज में वापस देने का अवसर है। हर बीज जिसे आप प्रकृति में मिलाते हैं, वह आपको भरपूर लाभ देता है। डॉ. गुरजीत कौर चावला ने एनईवाईपी 2022 रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह हुआ। एमआर के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला ने बताया कि कैसे 2021 में राष्ट्रीय पर्यावरण युवा मंच के साथ यह युवा संसद यात्रा ऑनलाइन शुरू हुई और इसको संसद भवन में लाने का हमारा दृष्टिकोण अब वास्तविक हुआ है। इस अवसर पर एडिशनल सेक्रटरी प्रसेनजीत सिंह, गोपाल आर्य राष्ट्रीय संयोजक पीएसजी, राकेश जैन राष्ट्रीय सह संयोजक पीएसजी, डॉ. प्रशांत भल्ला अध्यक्ष मानव रचना शैक्षणिक संस्थान, डॉ.अमित भल्ला उपाध्यक्ष मानव रचना, डॉ. एन सी वाधवा महानिदेशक एमआर, डा. संजय श्रीवास्तव, वीसी एमआरआईआईआर डॉ. आई.के. भट, कुलपति मानव रचना यूनिवर्सिटी, डॉ. गुरजीत कौर चावला, डीन.डीएसडब्ल्यूए एमआरआईआईआरएसए और आयोजन सचिव एनईवाईपी 2022 तथा कई संस्थानों के कुलपति और प्रमुख उपस्थित थे।