चरखी दादरी, 21 सितंबर (निस)
जनस्वास्थ्य विभाग के क्लर्क द्वारा कर्मचारियों के विभिन्न बिलों को फर्जी तरीके से कई बार ट्रेजरी से पास करवाकर ढाई करोड़ रुपए का घोटाला करने का मामला सामने आया है। कर्मचारियों के पास हुए बिलों की राशि उनके खातों में नहीं पहुंची तो कार्यालय में शिकायत दी। इसी दौरान क्लर्क ड्यूटी से गायब हो गया। अधिकारियों द्वारा बनाई कमेटी की जांच में मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
क्लर्क के बैंक खाते फ्रीज
विभाग के कार्यकारी अभियंता दलबीर दलाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर कमेटी बनाकर जांच करवाई गई तो मामले का खुलासा हुआ है। विभाग द्वारा आरोपी क्लर्क के बैंक खातों को फ्रीज करवाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी गई है।
सीएम से मिलकर करायेंगे जांच : पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि मामले में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उनके खिलाफ सीएम से मिलकर जांच करवाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप
विभाग के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनके मेडिकल, लीव इन कैशमेंट, जीपीएफ व अन्य बिलों को कई बार पास करवाकर क्लर्क सुनील कुमार द्वारा रिश्तेदारों के खातों में पेमेंट डलवा ली गई। 17 कर्मचारियों की विभिन्न बिलों की राशि हड़पी गयी। कर्मचारी नेता राजकुमार घिकाड़ा व सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अधिकारियों व ट्रेजरी कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते क्लर्क ने ढाई करोड़ का घोटाला किया। मामले की विजिलेंस व अन्य एजेंसी से जांच करवाई जाए तो राशि बढ़ भी सकती है।