घरौंडा, 20 फरवरी (निस)
कैमला गांव में दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष के मामले में पुलिस ने एक पक्ष की शिकायत पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दूसरे पक्ष की तरफ से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।शनिवार की देर रात कैमला गांव में मोबाइल कॉल करने को लेकर राजेश व रतन के परिवार में जमकर लाठी-डंडे चले। जहां राजेश का परिवार पड़ोस का एक लड़के पर लगातार उनकी बेटी के मोबाइल नंबर पर फोन करके परेशान करने का आरोप लगा रहा है। वहीं रतन के परिवार का आरोप है कि मोबाइल कॉल लड़की द्वारा की जा रही थी। लड़की के परिजनों ने उसे बात करते पकड़ लिया। राजेश का परिवार रतन के परिवार के पास शिकायत लेकर पहुंचा था और इसी बीच दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष छिड़ गया। घटना में रतन के परिवार से नौ लोगों के घायल होने की बात सामने आई, जबकि राजेश के परिवार से चार लोग घायल हुए। रविवार को पुलिस ने राजेश कुमार की शिकायत पर दूसरे पक्ष के रतन सिंह, कृष्ण्पाल, नरेश कुमार, महिला नितु व चार-पांच अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि कैमला में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के मामले में राजेश पक्ष की तरफ से शिकायत मिली है।
फायरिंग मामले में 4 नामजद सहित 8 के खिलाफ केस दर्ज
सिरसा (निस) : बड़ागुढ़ा थाना क्षेत्र के गांव सुखचैन में शुक्रवार रात को फायरिंग में गंभीर रूप से घायल हुए सुखपाल के छोटे भाई मुखपाल की शिकायत पर जसविंद्र सिंह उर्फ गागो, सुखराज सिंह, जसबीर उर्फ जस्सी निवासी सुखचैन, जसविंद्र सिंह उर्फ गागो का रिश्तेदार बब्बी निवासी गांव डिखां पंजाब तथा तीन चार अन्यों के बड़ागुढ़ा थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में मुखपाल निवासी सुखचैन ने बताया कि वह और उसका बड़ा भाई सुखपाल का परिवार इकट्ठे रहते हैं। 18 फरवरी की रात को वे सभी घर पर थे। तभी उन्हें आवाज सुनाई दी कोई उसके भाई सुखपाल का नाम लेकर गली में गालियां दे रहे थे। जब वह और उसके भाई सुखपाल ने बाहर आकर देखा तो वहां जसविंद्र सिंह उर्फ गागो, सुखराज सिंह, जसबीर उर्फ जस्सी निवासी सुखचैन, जसविंद्र सिंह का रिश्तेदार बब्बी व तीन चार अन्य युवक थे। उनके हाथ में पिस्तौल था। मुखपाल ने बताया कि जब वे घर से बाहर आए तो उन्होंने फायर कर दिया, जिससे उसके भाई सुखपाल के पेट व कंधे पर गोलियां लगीं। घायल सुखपाल को सिरसा नागरिक अस्पताल ले गए, जहां से उसे हिसार रैफर कर दिया गया। इस मामले में जांच अधिकारी एएसआई राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्जकर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।